पूरी दुनिया में अनिश्चितता के बीच भारत लिख रहा अलग ही कहानी..,मिडिल ईस्ट तनाव को लेकर क्‍या बोल गए गौतम अडानी

Aarti Kushwaha
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Gautam Adani: ईरान-इजरायल के बीच बढ़ता तनाव अब चिंता का विषय बनता जा रहा है. इस जंग में ईरान इजरायल के अलावा, रूस, चीन, उत्‍तर कोरियां जैसे देशों के शामिल होने की आशंका है, जबकि अमेरिका पहले ही इस जंग में एंट्री कर चुका है. इसी बीच भारत के मशहूर उद्योगपति गौतम अडानी ने भी मिडिल ईस्‍ट में लगातर बढ़ रहे तनाव पर चिंता जताई.

उन्‍होंने कहा कि‍ मिडिल ईस्ट में जारी संघर्ष ने तेल और गैस की आपूर्ति को प्रभावित किया है, जिससे कीमतें और लॉजिस्टिक्स प्रभावित हो रहे हैं. वहीं यूरोप में आर्थिक भरोसा डगमगाया हुआ है और अमेरिका भी अपनी आंतरिक चुनौतियों से जूझ रहा है.

चुनौतियों के बीच भी मजबूती से उभर रहा भारत

बता दें कि अडानी एंटरप्राइजेज की सालाना आम बैठक (AGM) में मंगलवार को ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने विश्व राजनीति, आर्थिक हालात और ग्रुप की आगे की दिशा पर बेबाकी से अपनी बात रखी. इस दौरान उन्‍होंने स्‍पष्‍ट रूप से कहा कि मिडिल ईस्ट में जारी युद्ध से वैश्विक ऊर्जा और लॉजिस्टिक्स सिस्टम पर खतरा मंडरा रहा है, लेकिन भारत इन चुनौतियों के बीच भी मजबूती से उभर रहा है.

वैश्विक अस्थिरता और भारत की मजबूती

इस पूरे परिदृश्य में भारत एक अलग ही कहानी लिख रहा है और वो है तेजी से आगे बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था की. उद्योगपति ने कहा कि “जब पूरी दुनिया अनिश्चितता के दौर से गुजर रही है, तब भारत अपनी स्थिरता और विकास के रास्ते पर मजबूती से आगे बढ़ रहा है. यह ग्रुप की रणनीति और विश्वास की नींव भी बनता है.

हिंडनबर्ग रिपोर्ट का किया जिक्र

इस दौररान गौतम अडानी ने पिछले साल की AGM की याद दिलाते हुए हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का ज़िक्र किया, जिसे उन्होंने एक साजिश करार दिया. अडानी ने कहा कि उस रिपोर्ट का उद्देश्य हमें नुकसान पहुंचाना और हमारे ग्रुप की साख को गिराना था. मगर  हमने हिम्मत नहीं हारी. हमने 40,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त पूंजी जुटाई, जिससे भविष्य के कर्ज का प्रबंधन भी हो गया. अडानी ने इस चुनौती को एक सबक की तरह लिया और बताया कि किस तरह संकट से बाहर निकलने की योजना बनाकर उसे सच्चाई में बदला गया.

अमेरिकी आरोपों का दिया जवाब

इसके अलावा, अडानी ग्रीन एनर्जी से जुड़े अमेरिकी विदेश मंत्रालय और FCC के आरोपों पर भी गौतम अडानी ने दो टूक जवाब दिया. उन्‍होंने कहा कि “हमारे खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं. न तो हमने FCPA (Foreign Corrupt Practices Act) का उल्लंघन किया और न ही न्याय में किसी तरह की बाधा डाली. अडानी ने ग्रुप की नीति को “पारदर्शिता और नियमों के प्रति समर्पित” बताते हुए कहा कि हर आरोप का जवाब तथ्यों और प्रमाणों के साथ दिया गया.

धारावी रिडेवलपमेंट: एक सपना, एक संकल्प

इतना ही नहीं उन्‍होंने मुंबई के धारावी स्लम रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट पर ज़ोर दिया. उन्होंने कहा कि यह दुनिया का सबसे बड़ा पुनर्विकास प्रोजेक्ट है, जो अगले 10 वर्षो में 10 लाख से अधिक लोगों की जिंदगी बदल देगा. यह प्रोजंक्‍ट सिर्फ एक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव की दिशा में हमारा योगदान है. धारावी को बदलना आसान नहीं, लेकिन यह हमारी जिम्मेदारी है.

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