India-Pakistan Tension : भारत से बात करके पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ आतंकवाद, जम्मू-कश्मीर और व्यापार का मुद्दा सुलझाना चाहते हैं. इस दौरान उन्होंने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अब्दुलअजीज अल सउद से कहा कि वह भारत से पाकिस्तान पीओके, सिंधु जल संधि, व्यापार और आतंकवाद के मुद्दे पर बात करने के लिए तैयार हैं.
पाकिस्तान के खिलाफ उठाए सख्त कदम
जानकारी के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में किए गए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए थे, जिसमें पाकिस्तान नागरिकों की भारत से वापसी, अटारी वाघा बॉर्डर बंद करना, पाकिस्तानियों को सार्क वीजा की छूट देना बंद करना, पाकिस्तान हाई कमीशन में स्टाफ की संख्या कम करना और सबसे अहम फैसला था सिंधु जल संधि को सस्पेंड करना आदि की कठोर कार्रवाई की. इस दौरान इस हमले को लेकर भारत का रुख साफ है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद और पीओके का मसला नहीं सुलझाएगा, तब तक उसके साथ किसी और मुद्दे पर भी चर्चा नहीं की जाएगी.
पाकिस्तान की सारी कोशिशें नाकाम
बता दें कि पाकिस्तान ने सिंधु जल संधि का मुद्दा ओआईसी में 57 मुस्लिम देशों के सामने रखा. ऐसे में ऑपरेशन सिंदूर के बाद बिलावल भुट्टो जरदारी अलग-अलग देशों की यात्रा पर भेजे गए और पानी का मुद्दा उठाया ताकि भारत पर दबाव बनाया जा सके. बता दें कि पाकिस्तान की सारी कोशिशें नाकाम रहीं और किसी भी देश ने दिलचस्पी नहीं ली.
पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने की कड़ी कार्रवाई
पहलगाम में किए गए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान में स्थित लश्कर-ए-तैयबा, हिज्बुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठनों के नौ ठिकानों को तबाह कर दिया था. भारत के इस कड़ी कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने भारत के सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की. जिसे हमारे हमारे सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया. बता दें कि पाकिस्तान के गुस्ताखी करने पर भारत ने फिर पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की. इस कार्रवाई में पाकिस्तान के नूर खान जैसे बड़े एयरबेस को काफी नुकसान हुआ था. इस दौरान दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया.
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