Kerala: केरल में गुरूवार को मानसूनी बारिश ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया. इस दौरान भारी बारिश के कारण एर्नाकुलम, इडुक्की तथा त्रिशूर जिलों के कुछ निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं. भारी बारिश और तेज हवाओं के चलते तिरुवनंतपुरम समेत कुछ स्थानों पर होर्डिंग्स गिर गए, पेड़ उखड़ गए और सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ. ऐसे में मौसम विभाग ने इडुक्की, मलप्पुरम और वायनाड जिलों में रेड अलर्ट तथा राज्य के सात अन्य जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
हैबता दें कि 24 घंटे में 20 सेंटीमीटर से ज्यादा भारी से बेहद भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट, 11 सेंटीमीटर से 20 सेंटीमीटर तक बहुत भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट और 6 सेंटीमीटर से 11 सेंटीमीटर के बीच भारी बारिश का अनुमान जताने के लिए येलो अलर्ट जारी किया जाता है.
नदियों का बढ़ा जलस्तर
मौसम विभाग के अलावा, राज्य सिंचाई विभाग ने विभिन्न नदियों के संबंध में अलर्ट जारी किया, जिनमें बारिश के कारण जल स्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया है. हालांकि मौसम विभाग ने एर्नाकुलम जिले में मुवत्तुपुझा नदी, त्रिशूर और मलप्पुरम से होकर बहने वाली भरतपुझा, पथनमथिट्टा में अचनकोविल और पंबा नदी, कोट्टायम में मणिमाला, इडुक्की में थोडुपुझा नदी और वायनाड में कबानी नदी के संबंध में अलर्ट जारी किया.
इसके अलावा, नदियों के जल स्तर में वृद्धि और भारी बारिश के कारण एर्नाकुलम, त्रिशूर और इडुक्की जिलों के निचले इलाके जलमग्न हो गए, जिसके कारण विस्थापित हुए सैकड़ों लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया.
उफान पर चूरलमाला नदी
इस बीच वायनाड जिले के मुंडक्कई-चूरलमाला क्षेत्र में भी लगातार बारिश हो रही है, जिसके चलते चूरलमाला नदी उफान पर है, नदी में कीचड़युक्त पानी के तेज बहाव रहा है और बेली ब्रिज के पास नदी के किनारों को नुकसान पहुंचा रहा है. पिछले साल जुलाई में इस क्षेत्र में हुए कई भूस्खलन में 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और कई घर नष्ट हो गए थे.
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