Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में मानसूनी बारिश तबाही मचा रही है. प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार हो रही भारी बारिश के वजह से 250 सड़कें बंद हो गई हैं. वहीं स्थानीय मौसम विभाग ने प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश का चेतावनी देते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
3 दिन भारी बारिश का ‘ऑरेंज‘ अलर्ट
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) ने बताया कि आपदा प्रभावित मंडी में कुल 181 सड़कें, सिरमौर में 26 और कुल्लू जिले में 23 सड़कें बंद हैं. शुक्रवार सुबह तक 61 जलापूर्ति योजनाएं और बिजली के 81 ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए हैं. आईएमडी ने तीन दिन यानी 21 से 23 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है. वहीं रविवार तक राज्य के कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी देते हुए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है.
इन जगहों पर ऑरेंज अलर्ट
मौसम विज्ञान विभाग ने कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला और सिरमौर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. आईएमडी ने लोगों को इस दौरान सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है. गुरुवार शाम को राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई. जोगिंदरनगर में 40 मिमी, सराहन में 38 मिमी, कोठी में 28.4 मिमी, जट्टन बैराज में 28.6 मिमी, शिलारू में 26.4 मिमी, मुरारी देवी में 26 मिमी, और नारकंडा तथा जोत में 23-23 मिमी बारिश हुई.
अब तक 112 मौतें
एसईओसी ने बताया कि 20 जून को मानसून आने के बाद से 17 जुलाई तक लगभग 112 लोगों की जान जा चुकी है जिनमें 67 लोग बारिश से संबंधित घटनाओं में और 45 सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए हैं. एसईओसी ने बताया कि इस प्राकृतिक आपदा में करीब 199 लोग घायल हुए हैं जबकि 35 लापता हैं. विभाग ने बताया कि प्रदेश में इस मानसून में 31 बार अचानक बाढ़ आई, 22 बार बादल फटे और भूस्खलन की 19 घटनाएं हुईं. हिमाचल प्रदेश को 1,220 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है.
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