कांग्रेस पार्टी के पूर्व नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) ने इंडिया ब्लॉक और शिवसेना (यूबीटी) को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, उद्धव ठाकरे राहुल गांधी के कारनामों से परेशान हैं और इंडी गठबंधन से मुक्त होने की इच्छा रखते हैं. उन्होंने कहा, कौन पक्षी कब उड़ेगा, यह कहना मुश्किल है, लेकिन हालात देखकर लगता है कि उद्धव ठाकरे उड़ने को तैयार हैं। दोनों दलों के बीच वैचारिक मतभेद इतने गहरे हैं कि यह गठबंधन टूटना तय है. राहुल गांधी और उद्धव ठाकरे के दिल कभी नहीं मिले.
हमेशा कांग्रेस के विरोध में रही है शिवसेना और ठाकरे परिवार की राजनीति
शिवसेना और ठाकरे परिवार की राजनीति हमेशा कांग्रेस के विरोध में रही है. दोनों दल भले ही साथ आए हों, लेकिन उनके दिल नहीं मिले. शरद पवार ने इस गठबंधन को जोड़ने के लिए एक सेतु का काम किया था, लेकिन अब वह सेतु भी कमजोर पड़ रहा है. ठाकरे का यह रुख गठबंधन में बढ़ती अंदरूनी कलह को दर्शाता है. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने उद्धव ठाकरे के हालिया बयानों का हवाला देते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे ने परोक्ष रूप से राहुल गांधी और कांग्रेस को इंडी गठबंधन की हार का जिम्मेदार ठहराया है. उद्धव ठाकरे का बयान साफ तौर पर राहुल गांधी पर निशाना है. वे कांग्रेस की रणनीति और नेतृत्व से असंतुष्ट हैं.
बिहार में इंडी गठबंधन की स्थिति पर भी उठाए सवाल
आचार्य ने बिहार में इंडी गठबंधन की स्थिति पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बिहार में लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के सामने पूरी तरह से आत्मसमर्पण कर दिया है. कांग्रेस ने बिहार में अपनी साख को लालू और तेजस्वी यादव के हाथों गिरवी रख दिया है. मुझे नहीं लगता कि बिहार की जनता इस गठबंधन का समर्थन करेगी. इंडी गठबंधन में शामिल कई दल कांग्रेस के नेतृत्व से असंतुष्ट हैं. वहीं, शिवसेना नेता शाइना एनसी ने भी इंडी गठबंधन में उभरती दरार पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि गठबंधन में अब केवल कांग्रेस, टीएमसी, एनसीपी (एसपी) और राजद जैसी कुछ पार्टियां ही बची हैं. आम आदमी पार्टी (आप) ने खुद को गठबंधन से अलग कर लिया है. आप का अलग होना गठबंधन की कमजोरी को दर्शाता है.