मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ से सनसीखेज खबर सामने आई है. यहां सिवालखास घर से लापता हुए तीन बच्चों का शव बाहरी छोर पर निर्माणाधीन कॉलोनी में बरसात के पानी में मिला. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में ले लिया. परिवार के लोगों का आरोप है कि हत्या करने के बाद तीनों शव पानी में फेंके गए है. फिलहांल, पुलिस घटना की जांच में जुटी हैं.
बच्चों की तलाश में जुटे थे परिजन
जानकारी के अनुसार, जानी खुर्द थाने के सिवालखास गांव वार्ड नंबर-एक निवासी हिम्मत का आठ वर्षीय पुत्र रितिक, जितेंद्र की नौ वर्षीय पुत्री मानवी और मोनू का आठ वर्षीय पुत्र शिवांश सुबह करीब 11 बजे घर से खेलने निकले थे. बताया गया कि खेलते समय शिवांश के पिता मोनू ने उन्हें वापस घर भेजा था, लेकिन वे घर नहीं पहुंचे. काफी देर इंतजार के बाद परिवार के लोगों ने बच्चों की इधर-उधर तलाश की, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला. बाद में परिजनों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी.
तलाश के दौरान पानी भरे गड्ढे में मिला बच्चों का शव
रविवार रात से ही पुलिस बल के साथ मिलकर ग्रामीण बच्चों को आसपास के क्षेत्रों में तलाश रहे थे. सोमवार की सुबह 6 बजे बच्चों के शव बाहरी छोर पर निर्माणाधीन कालोनी में मिला. कॉलोनी में नींव के लिए खोदाई की गई थी. उसमें पानी भरा हुआ था.।पानी के अंदर ही तीनों के शव मिले. एक शव का हिस्सा बाहर निकला हुआ था. उसके बाद आसपास एरिया में तीनों शव मिले. बच्चों के परिजनों ने तांत्रिक क्रिया की तरफ इशारा कर हत्या का आरोप लगाया है.
एसपी देहात राकेश मिश्रा ने बताया
इस संबंध में एसपी देहात राकेश मिश्रा ने बताया कि तीनों के शव पर कोई निशान नहीं है, उनकी मौत डूबने से भी हो सकती है, जहां पर उनके शव मिले, वहां करीब चार फीट पानी भरा हु़आ था. शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. हत्या से भी फिलहाल इनकार नहीं किया जा सकता है. पोस्टमार्टम के बाद ही मौत का सही कारण स्पष्ट होगा. फिलहाल, मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है.