Manimahesh Yatra: तीन श्रद्धालुओं की मौत, यात्रा पर रोक, स्टाफ और यात्रियों का रेस्क्यू शुरू

Ved Prakash Sharma
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Manimahesh Yatra: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश हो रही है. इसकी वजह से प्रशासन ने मणिमहेश यात्रा पर पूर्णत: रोक लगा दी है. बताया जा रहा है तीन श्रद्धालुओं की मौत हुई है. इनमें दो कुगती मार्ग और एक की हड़सर के पैदल यात्रा मार्ग पर मौत हुई है. शवों को प्रशासन हड़सर ला रहा है. हड़सर डेड बाडी पहुंचने पर ही मृतकों की पहचान हो पाएगी. मोबाइल नेटवर्क न होने की वजह से संपर्क नहीं हो पा रहा है.

लैंडस्लाइड की जद में आकर घायल हुए पांच श्रद्धालु

वहीं, बताया जा रहा है कि पांच श्रद्धालु सुंदरासी में लैंडस्लाइड की जद में आकर घायल हुए हैं. सुंदरासी में भूस्खलन की वजह से घायल पांच लोगों को आज एयरलिफ्ट किया गया है. भरमौर के सिविल अस्पताल में इन्हें उपचाराधीन किया गया है.

अधिकारियों व कर्मचारियों को भी वापस बुलाया गया

मौसम की वजह से बिगड़े हालात के कारण प्रशासन ने यात्रा मार्ग व मणिमहेश डल झील में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों को भी वापस बुला लिया है. यात्रा मार्ग जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो जाने और पुल बहने के कारण स्टाफ को भी एयरलिफ्ट किया जा रहा है.

धन्छो में पुल बह जाने की वजह से यात्री फंसे हुए थे. प्रशासन ने अब इस पुल को रिस्टोर कर दिया है व श्रद्धालुओं को पैदल मार्ग व हेलीकाॅप्टर के जरिए निकाला जा रहा है.

एयरलिफ्ट किए घायल

मौसम साफ होने पर आज सुबह से हेलीकॉप्टर ने गौरीकुंड के लिए उड़ान भरी. सबसे पहले घायल पांच लोगों को एयरलिफ्ट किया गया और अब अन्य यात्रियों व स्टाफ को भी भरमौर लाया जा रहा है.

सड़कें बंद, मोबाइल नेटवर्क भी बंद

मालूम हो कि भारी बारिश व भूस्खलन की वजह से चंबा जिला में सड़कें बंद हैं और मोबाइल नेटवर्क भी गायब हो चुका है. तीन दिन से चंबा व भरमौर क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क बंद है. इस कारण किसी तरह का संवाद नहीं हो पा रहा है. मोबाइल नेटवर्क रिस्टोर करने की टीम चुवाड़ी में पहुंच चुकी है, लेकिन सड़कें बंद होने की वजह से वह चंबा नहीं पहुंच पा रही है.

शाम तक बहाल हो सकता है पठानकोट-चंबा मार्ग

आज शाम तक पठानकोट-चंबा राष्ट्रीय राजमार्ग के बहाल होने की संभावना है. प्रशासन इमरजेंसी वाहनों को ही आवाजाही के लिए प्राथमिकता देगा. फंसे श्रद्धालुओं के वाहनों को भी निकाला जाएगा.

चंबा में फंसे श्रद्धालुओं के लिए खाने और रहने की उचित व्यवस्था की गई है, लेकिन पानी की बेहद किल्लत है. तीन दिन से पानी की आपूर्ति न होने की वजह से लोग परेशान हैं. प्यास बुझाने के लिए श्रद्धालुओं को पानी बोतल खरीदने को विवश होना पड़ रहा है.

उपायुक्त चंबा मुकेश रेप्सवाल ने कहा…

उपायुक्त चंबा मुकेश रेप्सवाल का कहना है कि भारी बारिश के कारण सड़कों को बहुत नुकसान हुआ है. यात्रा पर पूर्णतया रोक लगा दी है और सुरक्षा के मद्देनजर स्टाफ को भरमौर लाया जा रहा है.

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