सरकार ने वस्तु एवं सेवा कर (GST) की नई दरें सोमवार से, यानी नवरात्रि शुरू होने से पहले लागू करने का निर्णय लिया है. इससे टीवी, फ्रिज, एसी, गाड़ियाँ और कई खाने-पीने की चीजें अब पहले के मुकाबले सस्ती हो जाएंगी. नई GST संरचना के तहत टैक्स स्लैब की संख्या चार से घटाकर दो कर दी गई है. अब सिर्फ 5% और 18% स्लैब लागू रहेंगे् इसके अलावा, कई ऐसी आवश्यक वस्तुओं पर टैक्स को शून्य (0%) कर दिया गया है, जिन पर पहले 5%, 12% या 18% टैक्स लगता था.
जीएसटी सुधार के तहत 22 सितंबर से कई जरूरी वस्तुओं पर टैक्स दरों में कटौती की गई है, जबकि लग्जरी और सिन गुड्स पर अब 40% टैक्स लागू होगा. सरकार ने यूएचटी मिल्क, पनीर, छेना (प्री-पैकेज्ड और लेबल्ड), पिज़्ज़ा ब्रेड, खाखरा, चपाती, पराठा, कुल्चा और अन्य ब्रेड पर जीएसटी 5% से घटाकर शून्य (0%) कर दिया है. इसी तरह मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन और स्टेशनरी उत्पाद जैसे कॉपी, नोटबुक, पेंसिल, शार्पनर आदि पर भी टैक्स 12% से घटाकर शून्य कर दिया गया है्
वहीं, व्यक्तिगत स्वास्थ्य और जीवन बीमा पर भी टैक्स को शून्य कर दिया गया है, जो कि पहले 18% था. इसके अलावा सरकार ने एसी और फ्रिज आदि पर जीएसटी को 28% से घटाकर 18% कर दिया है. वहीं, गाड़ियों पर टैक्स में कटौती की गई है. 350 सीसी और उससे कम की बाइक पर अब जीएसटी घटकर 18% हो गया है, जो कि पहले 28% था. वहीं, 1200 सीसी और 4 मीटर से कम की पेट्रोल गाड़ियों और 1500 सीसी और 4 मीटर से कम की डीजल गाड़ियों पर टैक्स घटकर 18% हो गया है.
इससे ऊपर के सेगमेंट और क्षमता वाली गाड़ियों पर अब 40% का टैक्स लगेगा, जो कि पहले करीब 50 प्रतिशत होता था. सरकार ने कंपनियों से आग्रह किया है कि जीएसटी दरों में की गई कटौती का सीधा फायदा ग्राहकों को दिया जाए. इसके जवाब में कई प्रमुख क्षेत्रों की कंपनियों ने उत्पादों के दाम घटाने की घोषणा की है. ऑटोमोबाइल सेक्टर की लगभग सभी बड़ी कंपनियां अपने वाहनों की कीमतों में कटौती कर चुकी हैं.
इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड्स जैसे वोल्टास, डायकिन, गोदरेज एप्लायंसेज, पैनासोनिक और हायर ने भी एसी, टीवी और अन्य उत्पादों के दाम घटाए हैं. वहीं, अमूल और मदर डेयरी ने भी जीएसटी कटौती का लाभ ग्राहकों को देने की बात कही है. उन्होंने दूध, आइसक्रीम और फ्रोजन फूड जैसे उत्पादों की कीमतें कम करने का फैसला किया है.