Gaza Peace: गाजा शांति समझौते पर बातचीत शुरू करने पर हमास ने अपनी सहमति दे दी है. शनिवार को संगठन ने कहा कि वह समझौते के सभी शर्तों को अंतिम रूप देने के लिए वार्ता शुरू करने के लिए तैयार है. इसका प्रस्ताव इस सप्ताह के शुरू में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रखा था.
हमास की ओर से यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब इस्राइल ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अपील को दरकिनार करते हुए गाजा पट्टी पर ताजा हवाई हमले किए हैं. इस बीच, अमेरिका तनाव कम करने के प्रयास जारी रखे हुए है. स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि इन हमलों में छह लोग मारे गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि एक हमले में गाजा शहर के एक घर में चार लोग मारे गए, जबकि दूसरे हमले में दक्षिण में खान यूनिस में दो अन्य लोगों की मौत हो गई.
हमास ने पहले संकेत दिया था कि उसने प्रस्तावित योजना के कुछ तत्वों को स्वीकार कर लिया है. इसका मकसद हमलो को रोकना और 7 अक्तूबर 2023 के हमले के दौरान पकड़े गए सभी शेष बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करना है.
बंधकों को घर लौटते हुए देखने के लिए उत्सुक हूः डोनाल्ड ट्रंप
दूसरी तरफ, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा संघर्ष को खत्म करने के लिए उनके शांति प्रस्ताव के समर्थन के लिए विश्व नेताओं को धन्यवाद दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि वे बंधकों को घर लौटते हुए देखने के लिए उत्सुक हैं. हालांकि, ट्रंप ने यह भी स्वीकार किया कि कुछ (बंधकों) की हालत गंभीर हो सकती है.
व्हाइट हाउस की तरफ से शनिवार को साझा किए गए एक वीडियो संदेश में ट्रंप ने शांति समझौते को सुनिश्चित करने में मदद के लिए कतर, तुर्की, सऊदी अरब, मिस्र और जॉर्डन जैसे देशों के प्रति आभार जताया. ट्रंप ने कहा कि इसे संभव बनाने के लिए कई लोगों ने बहुत मेहनत की है और यह एक महत्वपूर्ण दिन है.
ट्रंप ने अपने वीडियो संदेश में कहा…
अपने वीडियो संदेश में ट्रंप ने कहा, “मैं उन देशों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूँ जिन्होंने इसे एक साथ लाने में मेरी मदद की- कतर, तुर्की, सऊदी अरब, मिस्र, जॉर्डन और कई अन्य. इतने सारे लोगों ने बहुत कड़ा संघर्ष किया. यह एक बड़ा दिन है.”
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि शांति समझौता निकट है. कई देश मध्य पूर्व में युद्ध समाप्त करने व शांति स्थापित करने के लिए एकजुट हैं. ट्रंप ने कहा, “मैं बंधकों के अपने माता-पिता के पास घर लौटने का इंतजार कर रहा हूं. दुर्भाग्य से, आप जानते हैं कि कुछ बंधक किस हालत में हैं. उनके माता-पिता भी उन्हें उतना ही चाहते हैं जितना कि उस युवक या युवती के जीवित रहते हुए उन्हें चाहते थे. इसलिए मैं आपको बताना चाहता हूं कि यह एक बहुत ही खास दिन है, शायद कई मायनों में अभूतपूर्व.”