यूके कैरियर स्ट्राइक ग्रुप ने भारतीय नौसेना के साथ शुरू किया कोंकण अभ्यास, जानिए इसकी खासियत

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Indian Navy : यूनाइटेड किंगडम के कैरियर स्ट्राइक ग्रुप (CSG) ने एचएमएस प्रिंस ऑफ वेल्स विमानवाहक पोत के नेतृत्व में पश्चिमी हिंद महासागर में भारतीय नौसेना के साथ अभ्यास कोंकण शुरू किया है. बता दें कि अभ्यास कोंकण का उद्देश्य समुद्र में यूकेके साथ भारतीय नौसेनाओं की संयुक्त समुद्री और वायु क्षमताओं को बढ़ाना है. जानकारी देते हुए बता दें कि यह अभ्यास 2004 से द्विवार्षिक होता आ रहा है,  लेकिन ऐसा इतिहास में पहली बार हुआ है कि ब्रिटिश और भारतीय कैरियर स्ट्राइक ग्रुप एक साथ समुद्री अभ्यास करेंगे.

जानकारी के मुताबिक, ऑपरेशन हाईमास्ट के नाम से यूके सीएसजी पिछले आठ महीने की तैनाती पर है. बताया जा रहा है कि आईएनएस विक्रांत के नेतृत्व में भारतीय नौसेना के कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के साथ मिलकर चार दिनों का जटिल समुद्री अभ्यास शुरू किया है, इसके साथ ही इसमें दोनों सेनाओं की पनडुब्बियों के साथ विभिन्न विमान भी शामिल होंगे.

मुंबई और गोवा के बंदरगाहों का भी करेंगे दौरा

ऐसे में अभ्यास के खत्म होने के दौरान सीएसजी के जहाज भारत के साथ बेहतर सैन्य संबंधों का जश्न मनाने और उद्योग की सर्वश्रेष्ठ विशेषताओं को प्रदर्शित करने और यूके और भारत के बीच लोगों और संस्कृति के मज़बूत ‘लिविंग ब्रिज’ को उजागर करने के लिए मुंबई और गोवा के बंदरगाहों का दौरा करेंगे.

भविष्य के सहयोग की नींव है ये संयुक्त अभ्यास

इस मामले को लेकर भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त लिंडी कैमरन का कहना है कि आज के समय में ‘यूके और भारत एक ऐसे हिंद-प्रशांत क्षेत्र में विश्वास करते हैं, जो कि स्वतंत्र और खुला हो. उन्‍होंने ये भी कहा कि हम एक आधुनिक रक्षा के साथ सुरक्षा साझेदारी की महत्वाकांक्षा साझा करते हैं, जो यूके-भारत विजन 2035 का एक मूलभूत स्तंभ है, जानकारी देते हुए बता दें कि हमारी दोनों नौसेनाओं के कैरियर स्ट्राइक ग्रुप्स के बीच यह सहयोग इस क्षेत्र में नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था बनाए रखने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है.

समुद्री शक्तियों को बढ़ाने का अवसर

इतना ही नही बल्कि उन्‍होंने ये भी कहा कि ‘ब्रिटेन और भारत दो वाहक संचालन करने वाले देश हैं और रॉयल नेवी के साथ भारतीय नौसेना बहु-वाहक नौसेनाओं के रूप में एक विशिष्ट क्लब में हैं. इसके साथ ही इन दोनों के इस साझा अभ्‍यास से समुद्री शक्तियों को संयुक्त संचालन क्षमता बढ़ाने के साथ एक और अवसर प्रदान करता है, जो दोनों वाहकों के साथ पहली बार है.’

परीक्षण के साथ सर्वोत्तम प्रथाओं को कर सकेंगी साझा

ऐसे में यूके कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के कमांडर, कमोडोर जेम्स ब्लैकमोर का कहना है कि ‘कोंकण अभ्यास के दौरान भारतीय नौसेना के साथ फिर से काम करना और अपनी संयुक्त परिचालन क्षमताओं को विकसित करना शानदार है. जिससे दोनों सेनाएं अपनी रणनीति का परीक्षण कर सकेंगी और साथ ही सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा कर सकेंगी.

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