Washington: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग के सक्रिय सदस्य अमित शर्मा उर्फ जैक पंडित को अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया है है. वह लंबे समय से विदेश में छिपा हुआ था और भारत में दर्ज कई गंभीर अपराधों में वांछित था. एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने यह गिरफ्तारी की है. AGTF की टीम फिलहाल उसे भारत लाने की प्रक्रिया में जुटी हुई है
गैंग के लिए वित्तीय लेनदेन का संचालन करता था अमित शर्मा
AGTF के मुताबिक अमित शर्मा ने विदेश में रहकर गैंग की आपराधिक गतिविधियों की योजना बनाई. वह गैंग के लिए वित्तीय लेनदेन का संचालन करता था, जिसमें उगाही की रकम विदेशों में इकट्ठा कर गैंग के सदस्यों तक पहुँचाना शामिल था. इसके अलावा भारत से भागे हुए गैंगस्टरों के लिए शरण, पैसे और फर्जी दस्तावेजों की व्यवस्था करना भी उसका काम था. विशेष रूप से रोहित गोदारा के भारत से भागने के बाद उसे विदेश में शरण दिलाने का जिम्मा अमित शर्मा ने संभाला.
श्रीगंगानगर के मटीली राठआन का रहने वाला है गैंगस्टर
ADG क्राइम दिनेश एम.एन. ने बताया कि अमित शर्मा मूल रूप से श्रीगंगानगर के मटीली राठआन का रहने वाला है. साल 2021 में वह दुबई भाग गया और फिर स्पेन और अन्य देशों से होते हुए डंकी रूट के माध्यम से अमेरिका पहुंचा. जयपुर क्राइम ब्रांच ने रेड कॉर्नर नोटिस और अन्य दस्तावेज अमेरिकी एजेंसी को भेजे, जिसके बाद अमेरिकी पुलिस ने उसके ठिकानों का पता लगाकर गिरफ्तारी की.
रकम को विभिन्न माध्यमों से गैंग के सदस्यों तक पहुँचाता
विदेश भागने के बाद अमित शर्मा ने कई नाम अपनाए. गैंग में उसे जैक, सुल्तान, डॉक्टर, पंडित जी और अर्पित के नामों से जाना जाता था. इसके बावजूद गैंग के अन्य सदस्य कभी भी उसके असली नाम को उजागर नहीं होने देते थे. दिनेश एम.एन. ने बताया कि अमित शर्मा का मुख्य काम गैंग के लिए वित्तीय प्रबंधन करना था. वह विदेश में जमा रकम को विभिन्न माध्यमों से गैंग के सदस्यों तक पहुँचाता, उनके लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करवाता और शरण का प्रबंध करता था.
मनी ट्रांजैक्शन के जरिये विदेश में भेजी राशि
अमित शर्मा ने रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ के लिए हवाला और मनी ट्रांजैक्शन के जरिये विदेश में राशि भेजी. इन पैसों से गैंग हथियार खरीदता और ड्रग्स के कारोबार में भी सक्रिय था. जांच में पता चला कि अमित शर्मा लगातार रोहित गोदारा और वीरेंद्र चरण उर्फ गोल्डी बराड़ के संपर्क में था. वह उनके लिए विदेश में शरण, फाइनेंस और अपराध की योजनाओं का संचालन करता था. इसके अलावा वह ड्रग्स और हथियारों के कारोबार में भी सक्रिय था.
अमोद कुमार भगत के घर पर फिरौती के लिए की थी फायरिंग
लॉरेंस बिश्नोई के निर्देश पर 29 अप्रैल 2022 श्रीगंगानगर में अमोद कुमार भगत के घर पर फिरौती के लिए अमित शर्मा ने फायरिंग की थी. 26 जनवरी 2022 पुरानी आबादी में अवैध पिस्तौल और कारतूस बरामद हुई थी, यह हथियार अमित शर्मा ने उपलब्ध कराए थे. जनवरी 2024 उम्मीद कुमार से 6 पिस्टल और 84 कारतूस बरामद हुआ था, ये हथियार अमित शर्मा और उसके गांव के योगेश स्वामी ने दिए थे. अमित शर्मा, अनमोल बिश्नोई और आरजू बिश्नोई ने मिलकर सुनील शर्मा की हत्या करवाने का प्रयास किया. गैंगस्टर अमित शर्मा की गिरफ्तारी से लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क पर बड़ा झटका लगा है.
इसे भी पढ़ें. जैसलमेर बस अग्निकांडः अब तक 20 लोगों की मौत, PM मोदी ने किया मुआवजे का ऐलान