Nepal Gen-Z Protest : सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने के विरोध के बाद नेपाल के ‘जेन जेड’ समूह ने एक और बड़ा ऐलान किया है जिससे देश की सभी राजनीतिक पार्टियों में खलबली मच गई है. ऐसे में जेन जेड ने घोषणा की कि वह जल्द ही एक राजनीतिक पार्टी की स्थापना करेगा. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि आगामी आम चुनाव में भाग लेने का निर्णय कुछ ‘मूलभूत’ शर्तों के पूरा होने पर निर्भर करेगा.
5 मार्च 2026 को नेपाल में होंगे चुनाव
प्राप्त जानकारी के अनुसार नेपाल में जेन जेड ने केपी शर्मा ओली की सरकार का तख्तापलट कर दिया था. ऐसे में अब अगला आम चुनाव 5 मार्च 2026 को होने वाला हैं. बता दें कि ‘जेन जेड’ समूह नेपाल के युवा वर्ग के एक बड़े हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है. जानकारी देते हुए बता दें कि इस समूह ने पिछले महीने भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर सरकार के प्रतिबंधों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था. इसी प्रदर्शन के बाद ही के.पी. शर्मा ओली की सरकार सत्ता से बाहर हो गई थी.
इस प्रकार जेन जेड का पड़ा नाम
बता दें कि इस आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक मिराज धुंगाना ने एक संवाददाता सम्मेलन में अपने एजेंडे का ऐलान किया. उन्होंने बताया कि इन्हीं पीढ़ियों को ‘जेन जेड’ कहा जाता है जो 1997 से 2012 के बीच पैदा हुई है…और विशेष रूप से यह समूह युवाओं के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करता है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वे तब तक चुनावों में हिस्सा नहीं लेंगे जब तक उनकी ‘मूलभूत’ मांगों पर ध्यान नहीं दिया जाता.
जेन जेड की नई मांगें
जेन जेड समूह ने दो प्रमुख मुद्दों को प्रमुखता से उठाया है:
- प्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित कार्यकारी प्रणाली :ऐसे में इस मामले को लेकर जेन जेड समूह का कहना है कि नेपाल को एक ऐसी प्रणाली की जरूरत है, और इसमें प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति दोनों सीधे जनता द्वारा चुने जाएं.
- नेपाली नागरिकों के लिए मताधिकार :उनका मानना है कि विदेशों में बसे नेपाली नागरिकों को भी अपने देश की राजनीति में भागीदारी का अधिकार मिले.
प्राप्त जानकारी के अनुसार ‘जेन जेड’ समूह का यह आंदोलन न केवल नेपाल के युवा वोटरों को आकर्षित कर रहा है, बल्कि यह नेपाल की राजनीतिक संरचना में महत्वपूर्ण बदलाव की दिशा में एक कदम भी माना जा रहा है.
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