Gallantry Awards: भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर सहित विभिन्न अभियानों के दौरान अदम्य साहसिक कार्यों के लिए रक्षा कर्मियों को वीरता पुरस्कार प्रशस्ति पत्र प्रदान करने का फैसला किया है. इसके लिए राजपत्र अधिसूचना भी जारी कर दी गई है. राजपत्र में शामिल प्रशस्ति पत्र वायु सेना और थल सेना के कर्मियों के लिए हैं, जिसमें कर्नल कोषांक लांबा और लेफ्टिनेंट कर्नल सुशील बिष्ट जैसे वीरों के नाम शामिल हैं.
ऑपरेशन सिंदूर के नायकों को वीर चक्र
दरअसल, एक ऑपरेशन के दौरान, ऑफिसर कमांडिंग के रूप में लेफ्टिनेंट कर्नल बिष्ट ने अदम्य साहस, नेतृत्व और परिचालन कुशलता का परिचय दिया. उन्होंने आतंकवादी ठीकानों को पूरी तरह से नष्ट करके अपनी यूनिट को शानदार सफलता दिलाई, जिसके लिए उन्हें वीर चक्र से सम्मानित किया है. वहीं, कर्नल कोषांक लांबा को गोलाबारी के बीच असाधारण वीरता, पराक्रम और साहस का प्रदर्शन करने के लिए वीर चक्र से सम्मानित किया गया है.
ग्रुप कैप्टन रणजीत सिंह सिद्धू को भी वीरता पदक
इसके अलावा, लड़ाकू पायलट ग्रुप कैप्टन रणजीत सिंह सिद्धू को चयनित लक्ष्यों पर प्रभावी स्ट्राइक मिशनों में स्क्वाड्रन की कमान संभालने के लिए वीर चक्र से सम्मानित किया गया है. अग्रिम एयरबेस से सामरिक सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल दागने वाले ग्रुप कैप्टन अनिमेष पाटनी मिशन के दौरान एक बेहतरीन नेतृत्वकर्ता साबित हुए. सटीक निर्देशन से अपने संसाधनों की रक्षा करते हुए दुश्मन को भारी नुकसान पहुंचाने के लिए उन्हें वीर चक्र से सम्मानित किया गया है.
127 वीरता पुरस्कारों और 40 विशिष्ट सेवा पुरस्कारों को मंजूरी
वहीं, इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सशस्त्र बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों के लिए 127 वीरता पुरस्कारों और 40 विशिष्ट सेवा पुरस्कारों को मंजूरी दी थी. बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों को तबाह किया. इस अभियान के दौरान भारतीय सेना ने अपने गजब के शौर्य एवं पराक्रम का प्रदर्शन किया. दरअसल, यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू किया गया था.
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