Donald Trump Warns Hamas: इजरायल और हमास के बीच शांति समझौते के बावजूद मारे गए सभी बंधकों के शवों को वापस नहीं लौटाया गया है. इससे आक्रोशित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को चेतावनी देते हुए कहा है कि वह मृतक बंधकों के शव जल्द लौटाना शुरू करे. अगर हमास ऐसा नहीं करता है तो शांति प्रयासों में शामिल अरब देश ‘कार्रवाई’ करेंगे.
Trump ने दी चेतवानी (Donald Trump Warns Hamas)
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा, “हमास को दो अमेरिकियों समेत बंधकों के शव जल्द लौटाने शुरू करने होंगे, वरना इस शांति अभियान में शामिल अन्य देश कार्रवाई करेंगे.” डोनाल्ड ट्रंप ने लिखा, “कुछ शवों तक पहुंचना मुश्किल है, लेकिन कुछ को वे अब लौटा सकते हैं और किसी वजह से वे ऐसा नहीं कर रहे हैं. शायद यह उनके निरस्त्रीकरण से जुड़ा है, लेकिन जब मैंने कहा था कि ‘दोनों पक्षों के साथ निष्पक्ष व्यवहार किया जाएगा,’ तो वह सिर्फ तभी लागू होता है जब वे अपने दायित्वों का पालन करें.” राष्ट्रपति ट्रंप ने आगे लिखा, “देखते हैं अगले 48 घंटों में वे क्या करते हैं.” उन्होंने यह भी कहा कि वे खुद इस विषय को देख रहे हैं.
गाजा से सभी जीवित बंधक लौटा दिए गए हैं
हालांकि, अभी गाजा से सभी जीवित बंधक लौटा दिए गए हैं. अमेरिका की ओर से प्रस्तावित युद्धविराम समझौते के तहत हमास ने 28 में से 15 मृत बंधकों के शव भी लौटा दिए थे, लेकिन अन्य 13 मृत बंधकों के शव अब तक हमास ने नहीं सौंपे हैं. डोनाल्ड ट्रंप के पोस्ट से कुछ घंटे पहले विदेश मंत्री मार्को रुबियो और इजरायल में अमेरिकी राजदूत माइक हुकाबी ने 7 अक्टूबर 2023 के हमलों में मारे गए दो अमेरिकी नागरिकों के परिवारों से मुलाकात की.
गाजा शांति समझौते पर भी चर्चा हुई
राष्ट्रपति का यह बयान कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के साथ दोहा में एयरफोर्स-वन पर हुई एक छोटी मुलाकात के बाद आया. कतर ने गाजा में शांति वार्ता और युद्धविराम के प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. कतर के अमीर तमीम बिन हमद अल थानी और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल थानी के साथ बैठक के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “अमीर दुनिया के महान शासकों में से एक हैं और प्रधानमंत्री मेरे मित्र रहे हैं.” डोनाल्ड ट्रंप ने बाद में मीडिया को बताया कि मुलाकात के दौरान गाजा शांति समझौते पर भी चर्चा हुई, इसके बाद वे एशिया यात्रा के अगले चरण पर रवाना हुए.

