भारत की ट्रेवल इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है और ग्राहकों का विश्वास व खर्च तेजी से बढ़ रहा है. बुधवार को जारी रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. गूगल द्वारा कमीशन की गई कांतार रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 88% यात्री घूमने का इरादा रखते हैं. वहीं, इंडस्ट्री का ध्यान प्रीमियमाइजेशन और वैल्यू मैक्सीमाइजेशन पर केंद्रित है. रिपोर्ट में कहा गया कि घरेलू यात्राओं में 72% यात्री लागत को कम प्राथमिकता देते हैं और 81% यात्री अनुमान से अधिक खर्च करते हैं. यह प्रीमियमाइजेशन वैश्विक यात्राओं में भी तेजी से बढ़ रहा है, जहां औसत खर्च घरेलू यात्रा के खर्च का 3.2 गुना है.
गूगल इंडिया के ट्रैवल एवं फूडटेक हेड शौरभ कपाड़िया ने कहा, यात्रा करना अब सेल्फ-एक्सप्रेशन का एक रूप बन गया है. हालांकि, बुकिंग के तरीकों में अभी भी एकरूपता नहीं है और हम देख रहे हैं कि हमारा डिजिटल इकोसिस्टम इस जटिलता को सरल बना रहा है. देश में बढ़ते ट्रैवल का फायदा प्रमुख तौर पर हवाई क्षेत्र को भी मिल रहा है. घरेलू यात्री ट्रैफिक अक्टूबर में 1.42 करोड़ रहने का अनुमान है, जो कि सालाना आधार पर 4.5% और सितंबर के मुकाबले 12.9% अधिक है.
रेटिंग एजेंसी आईसीआरए ने कहा कि यात्रियों की संख्या बढ़ने की वजह क्षमता विस्तार भी है, क्योंकि अक्टूबर में घरेलू प्रस्थान की संख्या करीब 99,816 रही है, जो कि मासिक आधार पर 10.8% और सालाना आधार पर 1.7% अधिक है. आईसीआरए को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025-26 में भारतीय एयरलाइनों के अंतरराष्ट्रीय यात्री यातायात में 13-15 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिलेगी, जिसे विस्तारित अंतरराष्ट्रीय मार्ग और विमानों की बढ़ती उपलब्धता से समर्थन मिलेगा.
यात्रियों की बढ़ती मांग को देखते हुए देश में नए एयरपोर्ट्स का निर्माण भी तेज़ी से हो रहा है. नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कमर्शियल ऑपरेशन 25 दिसंबर से शुरू होंगे, जबकि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन आने वाले वर्षों में होने की संभावना है.