भारतीय कंपनियों के मजबूत प्रदर्शन, त्योहारी मौसम में बढ़ी मांग, नीतिगत समर्थन और व्यापक आर्थिक परिस्थितियों में सकारात्मक बदलाव के कारण, आने वाले समय में भारत के कॉरपोरेट्स की आय में काफी वृद्धि देखने को मिल सकती है. इसके चलते निफ्टी अगले 12 महीनों में 29,000 के स्तर को छूने की संभावना है. यह जानकारी बुधवार को जारी रिपोर्ट में दी गई. लगातार पांच तिमाहियों की गिरावट के बाद, निफ्टी की आय में सुधार का रुझान दिख रहा है, जिसमें वित्त वर्ष 2026, 2027 और 2028 के लिए क्रमशः 0.7%, 0.9% और 1.3% का बढ़ोतरी का अनुमान है.
निवेशकों के सेंटीमेंट में होगा बदलाव
पीएल कैपिटल की ओर से जारी रिपोर्ट में बताया गया, यह सुधार दिखाता है कि आने वाले समय में भारतीय कॉरपोरेट्स की आय में मजबूती देखने को मिल सकती है और इससे निवेशकों के सेंटीमेंट में बदलाव होगा. निफ्टी ने बीते तीन महीनों में 4 प्रतिशत का रिटर्न दिया, जो दर्शाता है यह अपने कंसोलिडेशन चरण से बाहर निकल रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, FY26 की दूसरी तिमाही में उम्मीद से बेहतर कॉर्पोरेट आय, संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ टैरिफ विवादों के समाधान में प्रगति की उम्मीद और चल रहे त्योहारी और शादी के मौसम के दौरान घरेलू खपत में सुधार निफ्टी को 29,000 के स्तर तक ले जाने में अहम भूमिका निभाएंगे.
जीएसटी दरों के तर्कसंगत बदलाव से भी मिला बढ़ावा
घरेलू खपत में सुधार को सितंबर 2025 में लागू किए गए जीएसटी दरों के तर्कसंगत बदलाव से भी बढ़ावा मिला है, जिससे कई उपभोक्ता श्रेणियों में वास्तविक खुदरा कीमतें कम हुईं और शहरी तथा ग्रामीण बाजारों में खर्च बढ़ा है. रिपोर्ट में बताया गया कि निफ्टी का 15-वर्षीय औसत पी/ई अनुपात 19.2 गुना है, जिसके आधार पर सितंबर 2027 में ईपीएस 1,515 रहने का अनुमान है. इससे निफ्टी का 12-महीनों का टारगेट 29,094 आता है. बुल-केस स्थिति में यह 30,548 और बियर-केस स्थिति में 26,184 का अनुमान लगाया गया है.
कवरेज वाली कंपनियों की तिमाही आय बनी हुई है मजबूत
रिपोर्ट के अनुसार, उसके मॉडल पोर्टफोलियो में हेल्थकेयर, बैंकिंग, कंज्यूमर गुड्स, ऑटोमोबाइल और डिफेंस सेक्टर पर ओवरवेट पोजिशन रखा गया है, जबकि आईटी सर्विसेज, कमोडिटीज और ऑयल एंड गैस सेक्टर पर अंडरवेट स्थिति अपनाई गई है. पीएल कैपिटल ने बताया कि उसके कवरेज वाली कंपनियों की तिमाही आय मजबूत बनी हुई है. सेल्स में 8.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. ईबीआईटीडीए 16.3% बढ़ा है और कर के मुनाफा 16.4% बढ़ा है.

