Washington: अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा है कि भारत-पाकिस्तान के तनाव को कम कराने में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भूमिका को खास श्रेय मिलना ही चाहिए. रूबियो ने यह भी कहा कि ट्रंप सरकार के दौरान अमेरिकी विदेश नीति को सुरक्षित, मजबूत और अधिक प्रभावी दिशा मिली. व्हाइट हाउस में हुई कैबिनेट बैठक में रूबियो ने खुले मंच से यह बातें कहीं. इसके बाद अंदाजा लगाया जा रहा है कि रूबियो भी अब पूरी तरह ट्रंप की राह पर आ गए हैं.
भारत-पाकिस्तान जैसे मुश्किल शांति समझौतें कराएं
रूबियो ने आगे कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान जैसे मुश्किल शांति समझौतें कराएं. इसमें कई और देशों के बीच शांति समझौते शामिल हैं. ट्रंप देश की विदेश नीति को नया रूप देने के लिए खास श्रेय के हकदार हैं. रूबियो ने कहा कि कई दशकों में पहली बार अमेरिका को सुरक्षित, मजबूत और अधिक समृद्ध बनाने की सोच के साथ विदेश नीति पर काम हुआ है.
बाकी सभी शांति समझौतों का कोई जिक्र नहीं
रूबियो ने कहा कि बाकी सभी शांति समझौतों का कोई जिक्र नहीं करूंगा लेकिन भारत और पाकिस्तान या कंबोडिया, थाईलैंड जैसे बहुत ही मुश्किल समझौतों का उल्लेख करना जरूरी है. मेरा मानना है कि हमारी विदेश नीति को नया रूप देने के लिए राष्ट्रपति को खास श्रेय मिलना चाहिए.
हरेक के लिए मिलना चाहिए नोबेल शांति पुरस्कार
इससे पहले ट्रंप ने मंत्रिमंडल बैठक के दौरान दोहराया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान विवाद समेत विभिन्न वैश्विक मुद्दों को सुलझाया है. ट्रंप ने कहा कि उन्होंने आठ युद्ध रुकवाए हैं और हरेक के लिए उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए. उन्होंने रूस-यूक्रेन मुद्दे का जिक्र करते हुए कहा कि हमने आठ युद्ध रुकवाए. अब हम एक और रुकवाने जा रहे हैं. मेरी ऐसी सोच है, मुझे ऐसी उम्मीद है.
भारत सरकार की तरफ से इस दावे को कर दिया गया खारिज
बता दें कि अमेरिका का ट्रंप प्रशासन कई बार दावा कर चुका है कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष रुकवाने में उनकी भूमिका है. हालांकि भारत सरकार की तरफ से इस दावे को खारिज कर दिया गया लेकिन फिर भी बार-बार राष्ट्रपति ट्रंप और उनके प्रशासन के मंत्री वही दावा कर रहे हैं.
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