Saudi Arabia Attack Yemen: यमन के महत्वपूर्ण बंदरगाह शहर मुकल्ला पर सऊदी अरब ने बमबारी की है. सऊदी अरब का कहना है कि यह हमला इसलिए किया गया, क्योंकि वहां अलगाववादी समूह साउदर्न ट्रांजिशनल काउंसिल (एसटीएस) के लिए हथियार पहुंचाए जा रहे थे, जो यूएई से आए थे. यमन में अलगाववादी समूह और सरकार के बीच लंबे समय से संघर्ष चल रहा है. सऊदी अरब और उसके सहयोगी अक्सर यमन में अलगाववादी या विद्रोही समूहों पर हमले करते रहे हैं. ऐसे में सऊदी अरब द्वारा इस हमले का मकसद यह बताया गया है कि हथियारों की सप्लाई रोककर यमन में शांति बनाए रखना और अलगाववादी ताकतों को कमजोर करना है.
सऊदी प्रेस एजेंसी ने इस बमबारी को लेकर कहा कि जहाज यूएई के फुजैरा बंदरगाह से मुकल्ला पहुंचा था. खतरे और सुरक्षा पर असर के कारण सऊदी सेना ने सीमित और सटीक हवाई हमले किए. बयान में इस बात पर भी जोर दिया गया कि हमला रात में किया गया, ताकि आम लोगों को कोई नुकसान न पहुंचे.
हमले से सऊदी अरब और यूएई के रिश्तों में बढ़ा दबाव
इस हमले से सऊदी अरब और यूएई के बीच रिश्तों पर दबाव बढ़ गया है. दोनों देश यमन में अलग-अलग समूहों का समर्थन कर रहे हैं और उनके बीच आपस में ही प्रतिस्पर्धा चल रही है. मालूम हो कि मुकल्ला यमन के हद्रामाउट प्रांत में है और यह आदेन से लगभग 480 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित है. हाल ही में अलगाववादी समूह ने इस इलाके पर नियंत्रण कर लिया है.
मीडिया रिपोर्टस में इस बात का दावा भी किया गया कि इससे पहले सऊदी अरब ने शुक्रवार को इसी समूह पर हवाई हमले किए थे, ताकि वे प्रांतों से अपने सैनिक पीछे हटाएं. वहीं, दूसरी ओर अलगाववादी समूह ने दक्षिण यमन का झंडा फहराना शुरू कर दिया है. दक्षिण यमन 1967-1990 तक अलग देश था. वहां लोग फिर से अलगाव की मांग कर रहे हैं.

