B Tech Mutton Wala: स्वीडन से नौकरी छोड़ लोगों को परोस रहे स्वाद, बीटेक मटन वाला का रांची दीवाना

B Tech Mutton Wala: भारत में तमाम ऐसी जगह है जो अपने पाक कला और अनोखे स्वाद के लिए जानी जाती है. आज हम बात करेंगे झारखंड की राजधानी रांची में मटन के चटोरे स्वाद के बारे में. रांची में मटन की बात हो और ‘बीटेक मटन वाले’ का जिक्र ना हो ये असंभव है. इनके मटन का स्वाद ऐसा है मानो इन्होंने इंजीनियरिंग वाला बीटेक नहीं मटन बनाने में भी बीटेक जैसी महारत हासिल की हो. आइए आपको बताते हैं बीटेक मटन वाले की कहानी.

रांची के ध्रुवा के शालीमार मार्केट में बीटेक मटन वाले की दुकान है. उनके मटन का स्वाद चखने के लिए लोगों की लाइन लगी रहती है. दरअसल, बीटेक मटन की शुरुआत रांची के सिंह मोड़ निवासी शुधाकर ने की. उन्होंने आसनसोल इंजीनियरिंग कॉलेज से सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में बीटेक किया. इसके बाद उन्होंने टीसीएस जैसी बड़ी कंपनी में काम भी किया.

इस मामले में सुधाकर ने बताया कि टीसीएस में काम करने के बाद वह स्वीडन चले गए. वहां उन्होंने कुछ साल बिताया. उन्होंने कहा कि तब पिताजी की तबीयत खराब थी. पूरा परिवार यहीं था. इसलिए मैं वापस आ गया और होमटाउन रांची में कुछ अलग करने की सोचा. काफी सोचने पर उन्हें झारखंड का लोकप्रिय व्यंजन मटन-चावल याद आया, जिसे लोग बड़े चाव से खाते हैं. इसका क्रेज कभी कम नहीं होता. फिर क्या था उन्होंने बीटेक मटन वाला नाम से शॉप खोल दी. वो खुद भी मटन खाने के बड़े शौकीन है्ं.

देसी मसालों का करते हैं उपयोग
इस मामले में सुधाकर ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि हमारे यहां मटन में देसी मसाले का प्रयोग किया जाता है. हम मटन में सिर्फ ऑथेंटिक मसाले जैसा अदरक, लहसुन, खड़े मसाले व जीरा का ही प्रयोग करते हैं. जैसे हमारे घर में साधारण मटन बनता है. बहुत सिंपल तरीके से मटन तैयार करते हैं. ज्यादा मसाला मटन के स्वाद को खराब कर देता है. कुछ लोग मटन गलाने में अजीनोमोटो का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन हमारे यहां ऐसा नहीं होता.

क्वालिटी पर होता है सारा ध्यान
सुधाकर ने बताया कि हम ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि मटन की क्वालिटी मायने रखती है. मटन सामने कटवाते हैं. मटन बूढ़ा नहीं चलेगा. इसे पकाने में हम कोयले की धीमी आंच का प्रयोग करते हैं. क्योंकि गैस सिर्फ ऊपरी से मटन पका पाती है. कोयले की आंच पर मटन अंदर तक पकती है और मुंह में जाते ही घुल जाएगा. फिलहाल, 15 किलो मटन व 10 किलो चावल की हर दिन खपत हो जाती है. अभी एक प्लेट की कीमत 120 रुपए है. इसमें चावल, सलाद और 2 पीस मटन होता है. रांची के शालीमार में हमारी शॉप सुबह 11 से शाम 5 बजे तक खुली रहती है.

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