Dart Mission: इंसानों पर मंडरा रहा बड़ा खतरा! अब चट्टानों की होगी बारिश, NASA का ये मिशन बना वजह

Aarti Kushwaha
Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Aarti Kushwaha
Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

NASA Dart Mission: नासा एक ऐसे मिशन के कारण लाखों की संख्या में क्षुद्रग्रह धरती से टकराने वाले हैं, जिससे चट्टानों की बारिश होगी. बता दें कि ये अब तक की पहली मानव द्वारा निर्मित उल्काओं की वर्षा होने वाली है.  ऐसे में सवाल ये कि क्‍या इससे मानव जीवन पर कोई प्रभाव पड़ेगा.

वैज्ञानिकों की मानें तो करीब 2 साल पहले नासा ने जानबूझकर अपने एक अंतरिक्ष यान डबल स्टेरॉयड रीडायरेक्शन टेस्ट यानी की DART को डिमोफोर्स नाम के क्षुद्रग्रह से क्रैश करवाया था, जिसके कारण ही लाखों की संख्या में छोटी-छोटी अंतरिक्ष चट्टान मंगल ग्रह और धरती से टकराने के रास्ते में आगे बढ़ रही है. उन्‍होंने बताया कि अगले एक दशक के भीतर ही ये चट्टाने धरती से टकरानी शुरू हो जाएंगी, लेकिन इससे हमारे जनजीवन को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं है.

नासा को मिली बड़ी सफलता

हालांकि नासा द्वारा पृथ्वी से 11 मिलियन किलोमीटर से भी ज्यादा की दूरी पर DART का डिमोफोर्स से टकराव खतरनाक क्षुद्र ग्रहों का रास्ता मोड़कर पृथ्वी को बचाने के लिए किया गया पहले परीक्षण था. जिसे अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी बड़ी सफलता के रूप में देखती है, क्‍योंकि अंतरिक्ष यान डार्ट ने डिमोफोर्स का रास्ता तो बदल ही दिया था, लेकिन साथ में डीडीमोर के चारों ओर अपनी यात्रा को लगभग 30 मिनट तक कम भी कर लिया.

डार्ट की  डिमोफोर्स से हुई टक्‍कर

नासा के इस परीक्षण ने क्षुद्रग्रह का आकार पूरी तरह से बदल कर रख दिया और यह भी प्रदर्शित किया कि काइनेटिक इंपैक्टर मेथड से पृथ्वी को खतरनाक अंतरिक्ष क्षुद्रग्रहों से बचाया जा सकता है. वहीं, जब डार्ट की  डिमोफोर्स से टक्‍कर हुई थह तो नासा ने इसकी एक तस्‍वीर भी ली थी, जिससे दर्जनों पत्‍थरों के अंतरिक्ष में फैलने का पता चलता है.

अंतरिक्ष में फैली दर्जनों चट्टानें

वैज्ञानिकों के मुताबिक, अगले कुछ दशकों में यह चट्टानें मंगल ग्रह से टकरा सकती है. हालांकि इस क्षुद्रग्रह के किसी भी बड़े टुकड़े या चट्टान के धरती से टकराने की कोई संभावना नहीं है, लेकिन 7 अगस्त को प्रकाशित एक रिपोर्ट ने शोधकर्ताओं का ध्यान डिमोफोर्स की चट्टानों की ओर केंद्रित कर दिया है.

बारिश के चट्टानों की साइज

रिपोर्ट के अनुसार, क्षुद्रग्रह डिमोफोर्स की कई चट्टानें संभवत: पृथ्वी-चंद्रमा या मंगल ग्रह तक ही पहुंच पाएंगे. जिनकी साइज 0.001 इंच यानी की 30 माइक्रोमीटर और 4 इंच यानी की 10 सेंटीमीटर के बीच होगा. नासा ने बताया कि जब ये पृथ्वी से होकर गुजरेंगे तो आकाश में लाइट शो देखने को मिल सकता है, जो बेहद ही अद्भुत होगा.

यह भी पढ़ें-सुनीता विलियम्स को वापस लाने वाली spaceX को झटका! बदली पहले प्राइवेट स्पेसवॉक मिशन के लॉन्चिंग की डेट

Latest News

02 May 2025 Ka Panchang: शुक्रवार का पंचांग, जानिए शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

02 May 2025 Ka Panchang: हिंदू धर्म में किसी भी कार्य को करने से पहले शुभ और अशुभ मुहूर्त देखा...

More Articles Like This