दुनिया के इस अनोखे देश में 12 नहीं 13 महीने का होता है एक साल, खासियत जानकर चौंक जाएंगे

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Unique Country : दुनिया का अधिकांश हिस्सा साल 2025 के आखिरी महीने के करीब पहुंच चुका है, लेकिन आपको बता दें कि दुनिया में एक ऐसा अनोखा देश भी है जो अब भी साल 2017 में ही जी रहा है. आपको यह जानकारी हैरानी हो रही होगी लेकिन यह सच है और इस अनोखे देश की टाइमलाइन के पीछे है इस देश का गीज कैलेंडर, जो दुनिया के बाकी हिस्से में प्रचलित ग्रेगोरियन कैलेंडर से करीब सात से आठ साल पीछे चलता है. बता दें कि इसी की वजह से दुनिया के अधिकांश देशों में एक साल में 12 महीने ही होते हैं, लेकिन यहां 12 नही बल्कि 13 महीने होते हैं. दुनिया का ये अनोखा देश दक्षिण अफ्रीका में है, जिसका नाम इथियोपिया है.

इस देश की हैरान करने वाली वजह

जानकारी देते हुए बता दें कि आज भी इथियोपिया अपना पारंपरिक कैलेंडर इस्तेमाल करता है, जिसे इथियोपाई या गीज कैलेंडर कहा जाता है. बता दें कि इस कैलेंडर में साल के 12 नहीं, 13 महीने होते हैं. कहा जाता है कि इस देश में ग्रेगोरियन कैलेंडर की तरह 12 महीनों में 30 दिन ही होते हैं, लेकिन कलेंडर के मुताबिक, 13वें महीने में सामान्य वर्ष में पांच दिन होते हैं, जबकि लीप वर्ष में छह दिन हो जाते हैं. ऐसे में इस महीने को ‘पागूमे’ कहा जाता है. प्राप्त जानकारी के अनुसार अपने इस पारंपरिक कैलेंडर की वजह से ही इथियोपिया दुनिया के सभी देशों से करीब सात साल तीन महीने पीछे चल रहा है.

सितंबर में मनाते हैं नया साल

माना जाता है कि इस देश के दुनिया के बाकी देशों से सात साल पीछे रहने की वजह है ईसा मसीह के जन्म की गणना में अंतर. जानकारी देते हुए बता दें कि सभी ईसाई देश ईसा मसीह के जन्म को एक ईस्वी मानते हैं, लेकिन यह देश ईसा मसीह का जन्म सात ईसा पूर्व में हुआ मानते हैं. इसी कारण से इथियोपाई कैलेंडर में नया साल मनाने की भी अलग तारीख है और हर साल 11 सितंबर को ही नया साल मनाया जाता है. इस पर्व को यहां एनकुटाटाश कहा जाता है, जिसका अर्थ है गहनों का उपहार. इसके साथ ही यहां क्रिसमस 25 दिसंबर नहीं, सात जनवरी को मनाया जाता है.

इतिहास और संस्कृति  को लेकर भी खास

बता दें कि इथियोपिया दुनिया के अन्‍य देशों से अलग होने के साथ इतिहास और संस्कृति को लेकर भी खास है. माना जाता है कि यह अफ्रीका का एकमात्र ऐसा देश है जिसे कभी किसी यूरोपीय ताकत ने उपनिवेश नहीं बनाया. ऐसे में यहां आज के समय में भी पारंपरिक उपवास, शाकाहारी व्यंजन, प्राचीन चर्च और विविधता इस देश की खास पहचान बनी हुई है. इतना ही नही बल्कि यहां लूसी नामक कंकाल भी मिला था जिससे इसे मानवता की जन्मभूमि भी कहा जाता है. प्राप्‍त जानकारी के अनुसार इस देश के दक्षिण में केन्या, पूर्व में सोमालिया और पश्चिम से दक्षिण में सूडान जैसे देश हैं.

गीज कैलेंडर का महत्‍व

यहां के लोगों का कहना है कि इथियोपिया का गीज (Ge’ez) कैलेंडर वहां के नागरिकों को समय बताने के साथ देश के ऑर्थोडॉक्स चर्च, ग्रामीण जीवन, और त्योहारों का आधार है. ऐसे में इस देश के लोग अपने कैलेंडर और अपनी संस्कृति पर गर्व करते हैं. बता दें कि यह कैलेंडर भी इंसानों की बनावट है, जो उनके संस्कार, परंपरा और विश्वास से जुड़ा होता है. इस देश का समय भले ही पूरी दुनिया से सात से आठ साल पीछे है लेकिन यहां की संस्कृति, यहां की परंपरा का अपना महत्व है, जो समय की रफ्तार को भी एक नया रूप देता है.

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