Shani Nakshatra Parivartan 2025: शनि का नक्षत्र परिवर्तन किन राशियों को देगा लाभ? जानिए

Shivam
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Shani Nakshatra Parivartan 2025: 3 अक्टूबर 2025 से शनि ग्रह, गुरु ग्रह के नक्षत्र ‘पूर्वाभाद्रपद’ में गोचर करने जा रहे हैं और विशेष बात यह है कि वे इस नक्षत्र में पूरे साल भर यानि 2025 के अंत तक बने रहेंगे. ज्योतिष के जानकारों के अनुसार, शनि का यह नक्षत्र परिवर्तन कुछ राशियों के लिए बेहद शुभ संकेत लेकर आ रहा है. खासकर करियर, व्यवसाय और शिक्षा के क्षेत्रों में इन राशियों को सकारात्मक परिणाम मिलने की संभावना है.

आइए जानते हैं, शनि के इस बदलाव से किन राशियों को मिलेगा विशेष लाभ:


वृषभ राशि (Taurus): करियर में नई ऊंचाइयां

वृषभ राशि वालों के लिए यह गोचर काफी लाभकारी साबित हो सकता है. जो लोग नौकरी में बदलाव की सोच रहे थे, उनके लिए अब यह सही समय है. कार्यस्थल पर आपके प्रयासों को पहचान मिलेगी और सराहना भी होगी.

  • विद्यार्थियों को पढ़ाई में सफलता के संकेत हैं.
  • पारिवारिक जीवन में तालमेल और शांति बनी रहेगी.
  • बिजनेस करने वालों के लिए भी नई योजनाएं लाभ दे सकती हैं.

मिथुन राशि (Gemini): आत्मविश्वास और सफलता में वृद्धि

शनि का यह परिवर्तन मिथुन राशि के जातकों के आत्मबल और उत्साह को बढ़ाएगा.

  • जो लोग कोई नया कार्य शुरू करना चाह रहे हैं, उन्हें सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं.
  • कार्यक्षेत्र में वरिष्ठ अधिकारी आपके काम से प्रभावित होंगे.
  • लंबित काम अब पूरे हो सकते हैं और प्रतियोगी परीक्षाओं में भी सफलता मिलने के योग बन रहे हैं.
  • सेना, पुलिस या अनुशासनात्मक सेवाओं में कार्यरत लोगों को प्रमोशन या मान-सम्मान मिल सकता है.

तुला राशि (Libra): शत्रुओं पर विजय और आर्थिक लाभ

तुला राशि के जातकों के लिए यह समय शत्रुनाशक और आर्थिक रूप से लाभकारी साबित हो सकता है.

  • विरोधियों पर आप हावी रहेंगे और परेशानियाँ कम होंगी.
  • कार्यक्षेत्र में यदि अब तक बाधाएँ थीं, तो अब चीजें सुधरने लगेंगी.
  • आपके द्वारा किए गए कार्यों का अच्छा फल मिलेगा.
  • जमा पूंजी में बढ़ोतरी के योग हैं और घर में सुख-शांति बनी रहेगी.
  • सेहत में भी सुधार देखने को मिल सकता है.

(अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और विभिन्न जानकारियों पर आधारित है. ‘The Printlines’ इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

यह भी पढ़े: पूजा करते समय आसन का प्रयोग करना क्यों होता है आवश्यक? जानिए धार्मिक महत्व

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