BSNL Swadeshi 4G Network: स्वदेशी आत्मनिर्भरता के अभियान को नई दिशा देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज, 27 सितंबर को ओडिशा के झारसुगुड़ा से देश के पहले पूरी तरह स्वदेशी 4जी नेटवर्क का उद्घाटन करेंगे. यह महज एक तकनीकी पहल नहीं, बल्कि डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया जैसे महत्वाकांक्षी कार्यक्रमों की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम होगा.
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत उन चुनिंदा देशों की श्रेणी में शामिल हो जाएगा, जिन्होंने अपना पूर्ण स्वदेशी 4जी टेलीकॉम स्टैक विकसित कर उसे लागू भी किया है. इस बड़ी उपलब्धि का सीधा लाभ उत्तर प्रदेश को भी मिलेगा, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर इसे आगे बढ़ाया जाएगा.
इस ऐतिहासिक आयोजन का सीधा प्रसारण लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान (आईजीपी) में किया जाएगा, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी इसकी ऐतिहासिक घड़ी के साक्षी बनेंगे.
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने सदैव स्वदेशी को आत्मनिर्भर भारत की रीढ़ बताया है, जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुसार स्वदेशी केवल एक विकल्प नहीं, बल्कि नए भारत की मजबूती का आधार है. इसी दृष्टि को मूर्त रूप देते हुए BSNL की इस पहल से उत्तर प्रदेश को विशेष सौगात मिलेगी.
पीएम मोदी इस अवसर पर पूरे देश में 97,500 मोबाइल टावर और 443 स्वदेशी टॉवरों का उद्घाटन करेंगे, जिस पर लगभग 37 हजार करोड़ रुपये की लागत आई है. इस क्रांतिकारी कदम से यूपी के अब तक नेटवर्क से कटे 240 गांवों के 24 हजार से अधिक लोग पहली बार हाई-स्पीड डिजिटल कनेक्टिविटी का लाभ उठा पाएंगे.
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह महत्वाकांक्षी पहल न सिर्फ देशभर के दूरस्थ इलाकों तक, बल्कि यूपी के सीमावर्ती और पिछड़े क्षेत्रों तक भी डिजिटल सेवाएं पहुंचाएगी, जहां अब तक या तो मोबाइल कनेक्टिविटी बिल्कुल नहीं थी या फिर लोग केवल 2जी नेटवर्क तक ही सीमित थे.
BSNL के मुख्य महाप्रबंधक यूपी ईस्ट अरुण कुमार गर्ग ने बताया कि उत्तर प्रदेश में BSNL ने अब तक 6659 साइट्स पर 4जी सेवाएं स्थापित कर दी हैं. इनमें 142 साइट्स डिजिटल भारत निधि (डीबीएन) से मंजूर हुई हैं, जिनमें से 141 पर काम पूरा हो चुका है. यूपी सरकार ने इन स्थलों पर ग्राम सभा की भूमि निशुल्क उपलब्ध कराई है.
बॉर्डर आउट पोस्ट्स और बॉर्डर इंटेलिजेंस पोस्ट्स पर भी अब 4जी नेटवर्क पहुंच सके. यूपी में भारत-नेपाल सीमा पर एसएसबी की 68 साइट्स मंजूर की गई हैं, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती मिलेगी. यही नहीं, वामपंथी उग्रवाद प्रभावित जिलों (चंदौली, मिर्जापुर और सोनभद्र) में मौजूद 2जी सेवाओं को 4जी में अपग्रेड किया जा रहा है। कुल 78 साइटों में से 25 पर काम पूरा हो चुका है.
आत्मनिर्भर भारत की बड़ी उपलब्धि
अरुण कुमार गर्ग ने बताया कि बीएसएनएल के लिए सी-डॉट, तेजस और टीसीएस ने मिलकर रिकॉर्ड 22 महीने में पूरी तरह स्वदेशी 4जी टेक्नोलॉजी विकसित की, जिसे सॉफ्टवेयर के जरिए आसानी से 5जी में अपग्रेड किया जा सकेगा. इस कदम से यूपी सहित पूरे देश के लगभग 26700 असम्पर्कित गांवों को जोड़ा गया है, जिससे 20 लाख से अधिक नए सब्सक्राइबर लाभान्वित होंगे.
इसमें उत्तर प्रदेश का बड़ा योगदान होगा, जहां सीमावर्ती और पिछड़े इलाकों को प्राथमिकता दी गई है. इस पहल से भारत अब दुनिया का पांचवां ऐसा देश बन गया है जिसने पूरी तरह स्वदेशी 4जी टेलीकॉम स्टैक विकसित और लागू किया है.
बीएसएनएल के कुल 92,600 4जी टावरों में से 18,900 टावर डिजिटल भारत निधि (डीबीएन) परियोजना के तहत लगाए गए हैं. यह विस्तार डिजिटल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम है.
यह भी पढ़े: नवरात्रि में बची हुई पूजा सामग्री को इधर-उधर फेंकने से होता है अपमान, फूल-मालाओं का इस प्रकार करें सही उपयोग