Budget 2024: अंतरिम बजट आम बजट से कैसे होता है अलग, जानिए

Abhinav Tripathi
Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Budget 2024: अब से कुछ देर में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अंतरिम बजट पेश करेंगी. इस साल लोकसभा चुनाव होने को हैं. ऐसे में लोगों को इस बजट से खास उम्मीदे हैं. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह आखिरी बजट है. निर्मला सीतारमण छठवीं बार बजट पेश करेंगी. हालांकि इस साल केवल एक नहीं बल्कि दो बार बजट पेश किया जाएगा. जानिए इसके पीछे की मुख्य वजह.

दरअसल, चुनावी साल में कुल 2 बाज बजट पेश किया जाता है. चाहें किसी राज्य में या देश के आम चुनाव होने वाले समय में आपको कई बार वोट ऑन काउंट या फिर अंतरिम बजट के बारे में सुनने को मिलता है. वहीं, जिस वर्ष चुनाव नहीं होते हैं उस साल सरकार आम बजट पेश करती है. आइए आपको बताते हैं कि आम बजट और अंतरिम बजट में फर्क क्या होता है…

चुनावी साल में 2 बार पेश होता है बजट

होता यह है कि चुनावी साल में सरकार बदलने की आशंका होती है. इस गुंजाईश के वजह से चुनावी साल में दो बार बजट पेश किया जाता है. नई सरकार के आने पर पुरानी सरकार की नीतियों में भी बदलाव संभव होता है. जिसकी वजह से फरवरी माह में अंतरिम बजट पेश किया जाता है. जब चुनाव के बाद नई सरकार का गठन होता है तो वह पूरा या फिर पूर्ण बजट पेश करती है.

क्या होता है आम बजट?

आपको बता दें कि आम बजट हर साल सरकार द्वारा पेश किया जाता है. इस बजट में देश के आय और व्यय के बार में जानकारी दी जाती है. इसी के साथ सरकार देश में साल में होने वाले खर्चों और इनकम का हिसाब किताब लगाती है और उसे संसद में पेश किया जाता है. आम बजट को पूरे साल के लिए पेश किया जाता है.

अंतरिम बजट

आपको बता दें कि जिस भी साल लोकसभा चुनाव होने को होते हैं, उस साल सरकार कुछ महीनों के लिए ही बजट पेश करती है. इस बजट को अंतरिम बजट कहा जाता है. वहीं, चुनाव के समापन के बाद नई सरकार का गठन होता है, इसके बाद नई सरकार बचे वर्ष के लिए पूर्ण बजट पेश करती है. हालांकि अंतरिम बजट पेश करने के लिए कोई बाध्यता नहीं होती है.

जानिए अंतरिम और आम बजट में अंतर

आम बजट या अंतरिम बजट, दोनों बजट में ही सरकारी खर्चों के लिए संसद से मंजूरी लेनी पड़ती है. हालांकि, अंतरिम बजट आम बजट से अलग होता है. अंतरिम बजट में सरकार सामन्यतः कोई नीति पर फैसला नहीं लेती है. इस बजट की कोई बाध्यता नहीं है. वहीं, आम बजट में यह परंपरा है कि चुनाव के बाद गठित कमेटी सरकार ही अपनी नीतियों के अनुसार फैसले ले और योजनाओं की घोषणा करे.

इस साल मोदी सरकार का दूसरा अंतरिम बजट

आपको बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार का दूसरा अंतरिम बजट पेश करने जा रही है. इससे पहले 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार ने पहली बार अंतरिम बजट पेश किया था. उस दौरान पीयूष गोयल वित्त मंत्री थे. 2019 के अंतरिम बजट के दौरान ही मोदी सरकार ने ‘पीएम किसान सम्मान योजना’ की घोषण की गई थी.

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