केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना के तहत संशोधित रेट स्ट्रक्चर देश के हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देगा और 40 लाख से अधिक लाभार्थियों को गुणवत्तापूर्ण इलाज की बेहतर पहुंच प्रदान करेगा. यह जानकारी मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में सामने आई. संशोधित दरें 13 अक्टूबर से लागू होंगी और इनमें लगभग 2,000 चिकित्सा प्रक्रियाएं शामिल होंगी, जैसे MRI, मैमोग्राफी और लैपरोटॉमी (एब्डॉमिनल सर्जरी).
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह कदम प्राइवेट हेल्थकेयर ऑपरेटर्स की योजना के तहत मरीजों के लिए मूल्य निर्धारण में सुधार की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करता है. रेटिंग एजेंसी आईसीआरए ने कहा, यह रिविजन इस कार्यक्रम के तहत मरीजों की सेवा करने वाली अस्पताल कंपनियों के लिए एक अनुकूल विकास का प्रतिनिधित्व करता है.
अपडेटेड पॉलिसी में एक टियर्ड रेट कार्ड सिस्टम शुरू
अपडेटेड पॉलिसी में एक टियर्ड रेट कार्ड सिस्टम शुरू किया गया है, जो एनएबीएच-मान्यता प्राप्त और गैर-एनएबीएच-मान्यता प्राप्त सुविधाओं के बीच अंतर करता है. साथ ही, 200 से अधिक बिस्तरों वाले सुपर-स्पेशियलिटी अस्पतालों के साथ-साथ टियर-2 और टियर-3 शहरों के अस्पतालों को भी इसमें शामिल करता है. आईसीआरए ने कहा, यह स्ट्रक्चर अस्पतालों द्वारा वहन की गई वास्तविक लागतों के साथ रिम्बर्समेंट रेट का बेहतर मिलान करने के लिए डिजाइन किया गया है. इससे सुपर-स्पेशियलिटी और एनएबीएच-मान्यता प्राप्त अस्पतालों को अधिक राजस्व प्राप्त करने में मदद मिलेगी, साथ ही प्रमुख महानगरीय क्षेत्रों और छोटे शहरों के बीच लागत के अंतर को भी दूर किया जा सकेगा.
गैर-एनएबीएच अस्पतालों को मिलेगी 15% कम दर
200 से अधिक बिस्तरों वाले सुपर-स्पेशियलिटी अस्पतालों को अब एनएबीएच-मान्यता प्राप्त अस्पतालों की आधार दर की तुलना में 15% अधिक भुगतान किया जाएगा, जबकि गैर-एनएबीएच अस्पतालों को 15% कम दर मिलेगी. इस बदलाव से लाभार्थियों को उन प्रमुख अस्पतालों में उपचार प्राप्त करने में आसानी होगी, जहां पहले कम दरों के कारण पहुंच सीमित थी. नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी और गैस्ट्रोएंटरोलॉजी जैसी विशिष्ट श्रेणियों में कई प्रक्रियाएं अब बढ़ी हुई दरों के कारण अधिक व्यवहार्य हो सकती हैं. एमके ग्लोबल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि यह पहल देश के हेल्थकेयर इकोसिस्टम को मजबूती प्रदान करेगी, जिससे आम नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी और साथ ही दीर्घकालिक रूप में निजी अस्पतालों की राजस्व वृद्धि को भी प्रोत्साहन मिलेगा.
सीजीएचएस दर में वृद्धि एक अनुकूल विकास
आईसीआरए ने कहा, हालांकि सीजीएचएस दर में वृद्धि एक अनुकूल विकास है, लेकिन सीजीएचएस जैसी सरकारी योजनाओं के तहत अन्य भुगतानकर्ता श्रेणियों जैसे नकद भुगतान करने वाले, अंतर्राष्ट्रीय मरीज, या बीमा द्वारा कवर किए गए मरीजों की तुलना में लंबा रिसिवेबल साइकल एक प्रमुख चिंता का विषय है.
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