भारत के प्रमुख शहरों में प्राइमरी हाउसिंग मार्केट की सेल्स वैल्यू FY26 में सालाना आधार पर 19% बढ़कर लगभग 6.65 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है. इस बढ़ोतरी के पीछे लग्जरी और अल्ट्रा-लग्जरी सेगमेंट में बढ़ती मांग को मुख्य कारण बताया गया है. रियल एस्टेट सर्विसेज कंपनी एनारॉक की सोमवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के बावजूद देश के शीर्ष सात शहरों में आवासीय बिक्री का वॉल्यूम स्थिर बना हुआ है. FY26 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में इन शहरों में 1.93 लाख से अधिक यूनिट्स की बिक्री दर्ज की गई.
FY25 में सेल्स वॉल्यूम में सालाना आधार पर 14% की गिरावट
सेल्स वैल्यू में वृद्धि मुख्य रूप से विभिन्न शहरों में अधिक कीमत वाले घरों की बिक्री के कारण हो रही है, क्योंकि लग्जरी और अल्ट्रा-लग्जरी आवास की मांग अन्य सभी सेगमेंट्स से अधिक बनी हुई है. आंकड़ों के मुताबिक, FY26 की पहली छमाही में कुल सेल्स वैल्यू 2.98 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गई है जो FY25 की कुल सेल्स वैल्यू 5.59 लाख करोड़ रुपए का 53% है. एनारॉक ग्रुप के कार्यकारी निदेशक और रिसर्च एवं एडवाइजरी प्रमुख प्रशांत ठाकुर ने कहा, कुल बेचे गए घरों की सेल्स वैल्यू बढ़ रही है. FY25 में सेल्स वॉल्यूम में सालाना आधार पर 14% की गिरावट देखी गई थी, जबकि सेल्स वैल्यू 6 प्रतिशत बढ़कर 5,59,290 करोड़ रुपए हो गई, जो FY22 के बाद से सबसे अधिक है.
इन दोनों शहरों ने अन्य शहरों की तुलना में किया बेहतर प्रदर्शन
शहरवार विश्लेषण से पता चलता है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) और चेन्नई ने FY26 की पहली छमाही में अन्य शहरों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया. इन दोनों शहरों ने वित्त वर्ष 2025 की कुल बिक्री मूल्य का क्रमशः 74% और 71% हासिल कर लिया. वहीं, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) ने इसी अवधि में पिछले वित्त वर्ष की कुल सेल्स वैल्यू का लगभग 45% दर्ज किया.