देश की शीर्ष 10 कंपनियों में से चार के मार्केट कैप में बीते हफ्ते संयुक्त रूप से ₹95,447.8 करोड़ की बढ़ोतरी दर्ज की गई. इनमें भारती एयरटेल, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), और लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) जैसी कंपनियां शामिल हैं. हालांकि, बाकी की छह कंपनियों का मार्केट कैप संयुक्त रूप से बीते हफ्ते 91,685.94 करोड़ रुपए कम हो गया है. इनमें एचडीएफसी बैंक, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फाइनेंस, इन्फोसिस और हिंदुस्तान यूनिलीवर शामिल हैं.
27 से 31 अक्टूबर के कारोबारी सत्र में प्रमुख कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में उल्लेखनीय बदलाव देखने को मिला. इस दौरान एसबीआई का बाजार मूल्य 30,091.82 करोड़ रुपए बढ़कर 8,64,908.87 करोड़ रुपए हो गया. भारती एयरटेल का मार्केट कैप भी 14,540.37 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी के साथ 11,71,554.56 करोड़ रुपए पहुंच गया. इसके अलावा, एलआईसी का मूल्यांकन 3,383.87 करोड़ रुपए बढ़कर 5,65,897.54 करोड़ रुपए हो गया.
वहीं दूसरी तरफ, बजाज फाइनेंस का बाजार पूंजीकरण 29,090.12 करोड़ रुपए घटकर 6,48,756.24 करोड़ रुपए रह गया. ICICI बैंक का बाजार मूल्यांकन 21,618.9 करोड़ रुपए घटकर 9,61,127.86 करोड़ रुपए और इन्फोसिस का मार्केट कैप 17,822.38 करोड़ रुपए घटकर 6,15,890 करोड़ रुपए रह गया. हिंदुस्तान यूनिलीवर का बाजार मूल्यांकन 11,924.17 करोड़ रुपए घटकर 5,79,561.93 करोड़ रुपए रह गया, जबकि एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण 9,547.96 करोड़ रुपए घटकर 15,18,679.14 करोड़ रुपए रह गया.
टीसीएस का मार्केट कैप भी 1,682.41 करोड़ रुपए कम होकर 11,06,338.80 करोड़ रुपए रह गया है. पिछले हफ्ते भारतीय शेयर बाजार में मिश्रित रुख देखने को मिला। इस दौरान निफ्टी 0.28% यानी 73.05 अंक गिरकर 25,722.10 पर और सेंसेक्स 0.32% यानी 273.17 अंक घटकर 83,938.71 पर बंद हुआ. हालांकि, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में मजबूती देखने को मिली. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 594.70 अंक या 1.00% की बढ़त के साथ 59,825.90 पर और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 127.45 अंक या 0.70% बढ़कर 18,380.80 पर रहा.
करोबारी सत्र के दौरान सेक्टोरल प्रदर्शन में निफ्टी पीएसयू बैंक ने सबसे अधिक तेजी दिखाई, जिसमें 4.69% की बढ़त दर्ज की गई. इसके अलावा निफ्टी मेटल 2.56%, निफ्टी रियल्टी 0.71%, निफ्टी एनर्जी 1.82%, निफ्टी इन्फ्रास्ट्रक्चर 1.80%, निफ्टी कमोडिटीज 1.96% और निफ्टी पीएसई 1.56% की मजबूती के साथ बंद हुए.