फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, भारत की ऑटो रिटेल इंडस्ट्री ने इस नवंबर में स्थिर विकास दिखाया. सालाना आधार पर वाहनों की बिक्री 2.14% बढ़कर 33,00,832 यूनिट तक पहुंच गई. फेस्टिव सीजन के बाद भी मांग मजबूत बनी रही. जबकि जीएसटी 2.0 सुधार के चलते वाहनों की कीमतों में आई कमी के चलते ग्राहक डीलरशिप के ओर आकर्षित बने रहे.
कॉम्पैक्ट एसयूवी की मजबूत मांग
बेहतर मॉडल की उपलब्धता और कॉम्पैक्ट एसयूवी की मजबूत मांग की वजह से यात्री वाहनों की बिक्री में सकारात्मक संकेत मिले. यात्री वाहनों के लिए इंवेट्री लेवल पिछले महीने के 53–55 दिन से सुधरकर 44–46 दिन हो गया, जो ग्राहकों की बढ़ते उत्साह को दर्शाता है. मारुति सुजुकी ने 39.4% मार्केट शेयर के साथ अपनी लीडरशिप बनाए रखी, जिसके बाद 13.7% हिस्सेदारी के साथ महिंद्रा और 13.2% हिस्सेदारी के साथ टाटा मोटर्स का स्थान रहा.
नवंबर में टू-व्हीलर की बिक्री में गिरावट
इसके विपरीत, नवंबर में टू-व्हीलर की बिक्री में गिरावट देखी गई. मासिक आधार पर यह 19.16% घटकर 25.46 लाख यूनिट पर आ गई, जबकि सालाना आधार पर गिरावट 3.10% रही. फाडा के अध्यक्ष सीएस विग्नेश्वर ने बताया कि नवंबर में यह मंदी मुख्य रूप से इसलिए आई क्योंकि फेस्टिव सीजन के कारण ग्राहकों ने अक्टूबर में ही खरीदारी कर ली थी. इसके अलावा, क्रॉप पेमेंट में देरी और लोकप्रिय मॉडलों की असमान आपूर्ति ने बिक्री प्रदर्शन को प्रभावित किया.
थ्री-व्हीलर की बिक्री इस महीने रही मजबूत
हालांकि, शादी के सीजन और जीएसटी की दरों में बदलाव के कारण डीलर्स को अभी भी ग्राहकों की अच्छी संख्या देखने को मिल रही है. थ्री-व्हीलर की बिक्री इस महीने मजबूत रही, जो कि मासिक आधार पर 3.42 प्रतिशत बढ़कर 1.33 लाख यूनिट के आंकड़े तक पहुंच गई. इस कैटगरी में सालाना आधार पर 23.67 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जिसे ई-रिक्शा और ई-कार्ट की बढ़ती मांग से समर्थन मिला.
इस वर्ष नवंबर में CV की बिक्री रही मिश्रित
इस वर्ष नवंबर में कमर्शियल व्हीकल (CV) की बिक्री मिश्रित रही. लाइट और मीडियम CV सेगमेंट में गिरावट देखने को मिली, वहीं हेवी कमर्शियल व्हीकल (HCV) ने विपरीत रुझान दिखाया. इस महीने HCV की बिक्री मासिक आधार पर 3.28% बढ़कर 28,659 यूनिट हो गई, जबकि सालाना आधार पर यह 17.61% की मजबूत बढ़त दर्ज की.