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The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
वैश्विक सौदेबाजी में तेजी आ रही है, जो व्यापक आर्थिक अनिश्चितता, उच्च ब्याज दरों और भू-राजनीतिक जोखिमों का सामना कर रही है. रिकॉर्ड तोड़ एमएंडए वॉल्यूम से लेकर इक्विटी कैपिटल मार्केट में उछाल तक, प्रमुख बाजार गुलजार हैं, जिसमें भारत एक असाधारण विकास कहानी के रूप में उभर रहा है. मनीकंट्रोल को दिए गए एक साक्षात्कार में गोल्डमैन सैक्स में निवेश बैंकिंग की वैश्विक सह-प्रमुख गोल्डमैन सैक्स के किम-थु पॉसनेट ने वैश्विक निवेश बैंकिंग, रणनीतिक लेनदेन के पुनरुत्थान और भारत के इक्विटी बाजार के प्रदर्शन को प्रभावित करने वाले कारकों पर अपना दृष्टिकोण साझा किया.
उन्होंने यह भी बताया कि कैसे एआई पूंजी निर्माण को नया रूप दे रहा है और कैसे गोल्डमैन सैक्स एशिया में अपनी विकास रणनीति के एक स्तंभ भारत पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है. वर्ष की पहली छमाही में बाजार में अनिश्चितता और अस्थिरता के उच्च स्तर के बावजूद हमारा निवेश बैंकिंग व्यवसाय वैश्विक स्तर पर मजबूत बना हुआ है. हम दुनिया भर में रणनीतिक और वित्तीय सौदों की एक मजबूत पाइपलाइन पर सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं, जो इस तथ्य का प्रमाण है कि सीईओ, सीएफओ और बोर्ड – हालांकि वे वर्ष की शुरुआत की तुलना में शायद थोड़े अधिक सतर्क हैं- अभी भी पूंजी जुटाकर और रणनीतिक एमएंडए का अनुसरण करके अपने व्यवसायों में निवेश करना चाहते हैं.