भारत का IPO बाजार नए रिकॉर्ड पर, 2025 में अब तक 1.95 लाख करोड़ जुटाए

Shivam
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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भारत का आईपीओ बाजार लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है. साल 2025 में अब तक 365 से ज्यादा आईपीओ के जरिए लगभग 1.95 लाख करोड़ रुपये जुटाए जा चुके हैं. यह आंकड़ा 2024 में बने पिछले रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ चुका है, जिससे भारतीय शेयर बाजार की मजबूती साफ झलकती है. बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि इन नए रिकॉर्ड्स के पीछे सरकार की सशक्त नीतियां और वैश्विक राजनीति में भारत की मजबूत व स्थिर स्थिति अहम भूमिका निभा रही है.

मोदी के नेतृत्व में बढ़ा भारतीय शेयर बाजार का भरोसा

जब सरकार का रुख बाजार के अनुकूल होता है और कंपनियों का भरोसा सरकार पर बना रहता है, तो इसका सीधा असर शेयर बाजार की मजबूती पर पड़ता है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय बाजार में नई गति और भरोसा देखने को मिला है. उनके कार्यकाल में लागू की गई आर्थिक सुधार नीतियों की वजह से निवेशकों और कंपनियों का विश्वास बढ़ा है, जिससे बाजार में लगातार ग्रोथ देखने को मिल रही है.

भारत वैश्विक आर्थिक प्रतिस्पर्धा में आगे

जहां एक तरफ दुनिया के कई देशों में टैरिफ बढ़ोतरी और आर्थिक दबाव देखने को मिल रहे हैं, वहीं भारत अपनी मजबूत आर्थिक नीतियों के चलते वैश्विक स्तर पर बेहतर स्थिति में दिखाई दे रहा है. इसी संदर्भ में मार्केट एक्सपर्ट पंकज हरितवाल ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि किसी भी देश में पूंजी तभी तेजी से बढ़ती है जब सरकार की नीतियां मजबूत हों और प्राइवेट सेक्टर को सरकार पर भरोसा हो. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने यह विश्वास दिलाया है कि आने वाले साल भारत के होंगे और यह भरोसा बाजार में साफ नजर आ रहा है.

भारत का आईपीओ बाजार रिकॉर्ड पर

उन्होंने आगे कहा कि वैश्विक हालातों को देखते हुए भी भारत की अर्थव्यवस्था, बाजार और व्यापारी आने वाले कई वर्षों के लिए खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. यही भरोसा आज आईपीओ बाजार में बनते नए रिकॉर्ड्स के रूप में सामने आ रहा है. मार्केट एक्सपर्ट उदय हरितवाल ने कहा कि जीएसटी में किए गए सुधार, केंद्र सरकार की नीतियां और प्राइवेट सेक्टर को दी गई रियायतों ने बाजार को मजबूती दी है. उन्होंने बताया कि बीते 10 वर्षों में सरकार द्वारा बनाए गए सही सिस्टम और नीतिगत बदलावों का असर आज रिकॉर्ड स्तर के आईपीओ और बढ़ते निवेश के रूप में दिखाई दे रहा है.

उदय हरितवाल ने आगे कहा, सरकार की प्रभावी नीतियों के चलते निवेशकों का भरोसा शेयर बाजार पर मजबूत हुआ है. इसी विश्वास का असर है कि भारतीय शेयर बाजार में अब निवेश का स्तर लगातार बढ़ रहा है. उन्होंने बताया, निवेशक अब आईपीओ, म्यूचुअल फंड और SIP जैसे विकल्पों के जरिए अपने भविष्य को सुरक्षित करने पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं.

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