देश की प्रमुख आईटी कंपनी इन्फोसिस ने FY25-26 की दूसरी तिमाही में अपना शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 13% बढ़कर 7,364 करोड़ रुपए दर्ज किया है. कंपनी ने गुरुवार को यह जानकारी साझा की. पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 6,506 करोड़ रुपए था. वहीं, तिमाही आधार पर भी कंपनी के मुनाफे में 5% की वृद्धि हुई है, जबकि अप्रैल-जून तिमाही में यह आंकड़ा 6,921 करोड़ रुपए रहा था.
सितंबर तिमाही में इन्फोसिस की ऑपरेशंस से आय सालाना आधार पर 3,504 रुपए बढ़कर 44,490 करोड़ रुपए हो गई है, जो कि इससे पिछले साल समान अवधि में 40,986 करोड़ रुपए थी. बेंगलुरु के मुख्यालय वाली कंपनी ने अपने निवेशकों के लिए 23 रुपए प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश घोषित किया था और इसके लिए रिकॉर्ड तिथि 27 अक्टूबर होगी. कंपनी ने अपनी एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि बोर्ड की 15-16 अक्टूबर को हुई बैठक में प्रति इक्विटी शेयर 23 रुपए के अंतरिम लाभांश को मंजूरी दी गई है.
इसके लिए रिकॉर्ड तिथि 27 अक्टूबर 2025 और भुगतान तिथि 7 नवंबर 2025 निर्धारित की गई है. कंपनी ने जानकारी दी कि तिमाही के दौरान इन्फोसिस लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी इन्फोसिस सिंगापुर प्राइवेट लिमिटेड ने टेल्स्ट्रा पर्पल प्राइवेट लिमिटेड और उसकी कुछ सहायक कंपनियों में 75% इक्विटी हिस्सेदारी अधिग्रहित करने के लिए एक समझौता किया है.
यह कंपनी ऑस्ट्रेलिया की अग्रणी डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन सॉल्यूशंस प्रदाता मानी जाती है. कंपनी के एमडी और सीईओ सलिल पारेख ने कहा, हमने लगातार दो तिमाहियों में मजबूत वृद्धि दर्ज की है, जो हमारी अच्छी बाजार स्थिति को दर्शाता है. दूसरी तिमाही में 67% शुद्ध नए सौदों के साथ, हमें मिली मजबूत डील, इस माहौल में एआई से मूल्य प्रदान करने के लिए ग्राहकों की प्राथमिकताओं की हमारी गहरी समझ को दर्शाती है.