भारत के प्रमुख लौह अयस्क उत्पादक, राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (NMDC) लिमिटेड ने इस वर्ष जुलाई में उत्पादन में भारी बढ़ोतरी दर्ज की है. कंपनी ने जुलाई 2025 में लौह अयस्क का उत्पादन 43% बढ़ाकर 3.09 मिलियन टन (MT) कर दिया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 2.17 मिलियन टन था. NMDC ने अपनी आधिकारिक सोशल मीडिया प्रोफाइल, एक्स प्लेटफॉर्म पर बताया कि पिछले महीने बिक्री भी अच्छी रही, जो 3.46 मिलियन टन तक पहुंच गई, जबकि जुलाई 2024 में यह मात्र 3.06 मिलियन टन थी. इस तरह, कंपनी की बिक्री में 13% की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है.
NMDC ने जुलाई में उत्पादन और बिक्री में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की
कंपनी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, NMDC ने जुलाई में शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें उत्पादन में 43% और बिक्री में 13% की महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की गई. एनएमडीसी ने आगे कहा, कंपनी ने दोहरे अंकों की वृद्धि दर दर्ज करते हुए अब तक के अपने सर्वोच्च संचयी आंकड़े भी प्राप्त किए. कंपनी की ओर से कहा गया कि यह उत्कृष्ट प्रदर्शन NMDC की उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता और विकास एवं प्रगति के लिए उसके निरंतर प्रयास को दर्शाता है. NMDC भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय के अंतर्गत एक नवरत्न सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम और देश में लौह अयस्क का सबसे बड़ा उत्पादक है.
कंपनी छत्तीसगढ़ और कर्नाटक में अत्यधिक मशीनीकृत लौह अयस्क खदानों का स्वामित्व और संचालन करती है NMDC को दुनिया भर में लौह अयस्क के कम लागत वाले उत्पादकों में से एक माना जाता है. कंपनी मध्य प्रदेश के पन्ना में भारत की एकमात्र मशीनीकृत हीरा खदान का भी संचालन करती है. कंपनी अपनी प्रमुख लौह उत्पादक इकाइयों छत्तीसगढ़ के बैलाडीला क्षेत्र और कर्नाटक के बेल्लारी-होस्पेट क्षेत्र के डोनिमलाई से लगभग 45 मिलियन टन प्रति वर्ष लौह अयस्क का उत्पादन कर रही है. NMDC का लक्ष्य वित्त वर्ष 2030 तक 100 मिलियन टन लौह अयस्क उत्पादन क्षमता प्राप्त करना है.