माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन भारत में आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (एआई) के लिए अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, स्किल डेवलपमेंट और संप्रभु एआई क्षमताओं को विकसित करने हेतु 17.5 अरब डॉलर (लगभग 1.5 लाख करोड़ रुपये) का बड़ा निवेश करने जा रही है. इस क्रम में माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष और सीईओ सत्य नडेला ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. सत्य नडेला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि देश की महत्वाकांक्षाओं का समर्थन करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट 17.5 अरब डॉलर का निवेश कर रहा है, जो एशिया में हमारा अब तक का सबसे बड़ा निवेश है, ताकि भारत के एआई-प्रधान भविष्य के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे, कौशल और संप्रभु क्षमताओं के निर्माण में मदद मिल सके.
भारत में होगा अरबों डॉलर का निवेश
इससे पहले अमेरिकी टेक दिग्गज ने जनवरी में भारत में अगले दो वर्षों में क्लाउड और एआई इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 3 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की थी. माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि वह अगले पांच वर्षों में एक करोड़ लोगों को एआई कौशल का प्रशिक्षण देकर देश की दीर्घकालिक प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ावा देगा.
कंपनी की यह बड़ी पहल मुख्य रूप से क्लाउड और कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार, एआई कौशल विकास कार्यक्रमों को मजबूत करने और विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षित व संप्रभु डेटा प्रणालियों को सक्षम बनाने पर केंद्रित है। वर्ष 2024 में माइक्रोसॉफ्ट ने देश में एआई प्रशिक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ‘Advanta(IG)E India’ नामक पहल की शुरुआत भी की थी, जिसके माध्यम से लाखों लोगों को नई पीढ़ी की एआई क्षमताओं से प्रशिक्षित किया जा रहा है.
सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक भारत
बता दें कि बड़ी टेक कंपनियों ने भारत में बड़े निवेश का वादा किया है, जो एआई उत्पादों के लिए सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है. अमेजन को उम्मीद है कि स्थानीय क्लाउड और एआई इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में उसके 12.7 अरब डॉलर के निवेश से 2030 तक भारत में 1.5 करोड़ छोटे व्यवसायों को फायदा होगा. अमेजन के इमर्जिंग मार्केट्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमित अग्रवाल ने सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर बताया कि कंपनी ने अगले पांच सालों में 40 लाख सरकारी स्कूलों के छात्रों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा है.

