प्रवर्तन निदेशालय (ED) के पणजी ज़ोनल कार्यालय ने 18 अक्टूबर 2025 को सात आरोपियों वेडास्टो ऑडैक्स (तंज़ानियाई नागरिक), मसूम उइके, चिराग दुधात, तारिरो ब्राइटमोर मंगवाना (ज़िम्बाब्वे नागरिक), रेशमा वाडेकर, मंगेश वाडेकर और निबू विन्सेंट के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम, 2002 (PMLA) के तहत अभियोजन शिकायत (Prosecution Complaint) दायर की है।
यह कार्रवाई निबू विन्सेंट और अन्य के खिलाफ चल रही अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी एवं मनी लॉन्ड्रिंग की जांच का हिस्सा है। जांच की शुरुआत गोवा पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा दर्ज उस एफआईआर के आधार पर हुई थी, जिसमें लाओस से भारत में 4.325 किलोग्राम कोकीन की तस्करी का मामला सामने आया था।
इससे पहले, 19 अगस्त 2025 को ईडी ने दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल, गोवा, हरियाणा, झारखंड और उत्तर प्रदेश में कई ठिकानों पर देशव्यापी तलाशी अभियान चलाया था*। इन छापों में ईडी को अहम डिजिटल साक्ष्य, आपत्तिजनक दस्तावेज़ मिले थे, साथ ही अपराध से अर्जित धन (Proceeds of Crime) से जुड़ी कई बैंक खातों को भी फ्रीज़ किया गया था।