गाज़ा पट्टी: इजरायली सेना ने गाजा सिटी पर कहर बरपा रहा है. गाज़ा सिटी पर इज़रायली सेना ने हवाई हमलों को और तेज कर दिया है. शनिवार को ताजा हमले में गाजा में कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें 12 बच्चे शामिल हैं. शिफा अस्पताल के मुर्दाघर से ये जानकारी मिली, जहां शव लाए गए.
एक ही परिवार के दस लोगों की मौत
शेख रदवान मोहल्ले में एक घर पर हमला हुआ, जिसमें एक ही परिवार के 10 लोगों की जान चली गई, , जिनमें तीन बच्चे और उनकी मां भी शामिल थीं. शहर के कई ऊंचे भवनों को नष्ट कर दिया गया है. इज़रायल का दावा है कि इनमें हमास की निगरानी प्रणाली लगी थी।.धुएं के बादल और तबाही के दृश्य स्थानीय मीडिया और चश्मदीदों द्वारा साझा किए गए.
इजरायल ने गाज़ा सिटी के निवासियों को शहर छोड़ने का दिया निर्देश
इज़रायल ने गाज़ा सिटी के निवासियों को “तत्काल शहर छोड़ने” का निर्देश दिया है और उन्हें दक्षिण की ओर “मानवीय क्षेत्र” में जाने को कहा है. सेना के प्रवक्ता अविचाय अडरई ने बताया कि अब तक 2.5 लाख से अधिक लोग गाज़ा सिटी छोड़ चुके हैं, (जबकि अनुमानित जनसंख्या करीब 10 लाख थी).
संयुक्त राष्ट्र (UN) का अनुमान है कि मध्य अगस्त से मध्य सितंबर तक 1 लाख से अधिक लोग गाज़ा सिटी से पलायन कर गए हैं. दक्षिणी गाज़ा की स्थिति बेहद खराब है. UN की एक योजना के मुताबिक, 86,000 से अधिक टेंट और राहत सामग्री अभी भी गाज़ा में प्रवेश की अनुमति का इंतजार कर रही है.
अभी भी गाज़ा में 48 इजरायली बंधक मौजूद हैं, जिनमें से करीब 20 के जीवित होने की संभावना है. बंधकों के परिजन इज़रायल से सैन्य अभियान रोकने की मांग कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि उनके रिश्तेदार हवाई हमलों में मारे जा सकते हैं. मालूम हो कि यह युद्ध 7 अक्टूबर 2023 को तब शुरू हुआ था, जब हमास के आतंकवादियों ने दक्षिणी इज़रायल पर हमला किया, जिसमें 1,200 से अधिक लोग मारे गए और 251 बंधक बना लिए गए. जवाबी कार्रवाई में इज़राइल ने व्यापक सैन्य अभियान चलाया, जिसमें अब तक 64,700 से अधिक फिलीस्तीनियों की मौत हो चुकी है, जिनमें आधी संख्या महिलाएं और बच्चों की हैं.गाज़ा की लगभग 90 प्रतिशत आबादी (करीब 20 लाख लोग) बेघर हो चुकी है.