Himachal News: मूसलाधार बारिश ने बारातियों का रास्ता रोक दिया. फिर क्या, था बारातियों के साथ दूल्हे राजा को सड़क पर रात काटनी पड़ी. दूसरे दिन आवागमन शुरु होने पर बारात दुल्हन के घर के लिए रवाना हुई. बारिश की वजह से शादी का मुहूर्त बदलना पड़ा. मौसम की मार का शिकार हुई इस शादी की लोगों में चर्चा हो रही है.
सड़क बंद होने से 60 बारातियों के साथ पूरी रात फंसे रहे दूल्हे राजा
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार रात करीब 11 बजे कुल्लू के सैंज से अजय कुमार की बरात दुल्हन के घर सरकाघाट के लिए रवाना हुई थी. बरात पंडोह नाला के पास ही पहुंची थी कि भारी मलबा और पत्थर सड़क पर आ गए. इस वजह से सड़क बंद हो गई. फिर क्या था, दूल्हे सहित 60 से अधिक बराती फंस गए. मूसलाधार बारिश के चलते दूल्हा और बरातियों ने वाहनों में बैठकर ही रात काटी.
पुरोहित ने दूसरा मुहूर्त देखकर शादी की रस्में पूरी कराई
सुबह मार्ग को बहाल करने का काम शुरू किया गया. सुबह 9 बजे मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल हुआ. इसके बाद दूल्हेराजा अजय कुमार बारातियों संग सरकाघाट के लिए निकले. दुल्हन के घर पहुंचने का मुहूर्त सुबह 7 बजे का था. इसके बाद पुरोहित ने दूसरा मुहूर्त देखकर शादी की रस्में पूरी कराई.
दूल्हे और बारातियों को वाहन में बितानी पड़ी रात
दूल्हे के रिश्तेदार श्याम ठाकुर ने बताया कि रात करीब 11 बजे सैंज से बरात निकली थी. इस दौरान भारी बारिश शुरू हो गई. इससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. पंडोह नाले में बाढ़ आने से सड़क वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गई. उन्हें वाहनों में बैठकर ही रात बितानी पड़ी. सुबह होने पर ही यहां मार्ग बहाल किया गया.
बदले मुहूर्त पर शाम 4 बजे लिए सात फेरे
दूल्हा और उसके साथ आए बराती शुक्रवार रात करीब साढ़े बारह बजे से सुबह नौ बजे तक रास्ते में फंसे रहे. शनिवार सुबह नौ बजे जिला मंडी के सरकाघाट के लिए चले और साढ़े बारह बजे दुल्हन के घर पहुंचे. बदले मुहूर्त के अनुसार शाम चार बजे दूल्हे ने सात फेरे लिए. उधर मौसम की मार की शिकार हुई इस बारात की लोगों में चर्चा हो रही है. लोगों की चर्चाओं में यह बात शामिल है कि मौसम की मार की वजह से अजय कुमार को अपनी इस शादी की कहानी जीवनभर याद रहेगी.