Israel Hamas War: हमास और इजरायल के बीच चल रहा सीजफायर समझौता टूट गया है. हमास पर भड़के इजरायल ने एक बार फिर गाजा में भीषण हवाई हमले किए हैं. इजरायल के इन हमलों में 26 लोगों की मौत हो गई है. हवाई हमले की जानकारी गाजा की नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने दी है. हमले से पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास पर युद्ध विराम के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए गाजा पर शक्तिशाली हमले करने का आदेश दिया था.
गाजा पर हमले से पहले ही इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट किया गया था. इस पोस्ट में कहा गया था, “सुरक्षा को लेकर हुए व्यापक परामर्श के बाद, प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने सेना को गाजा पट्टी में तत्काल जोरदार हमले करने का निर्देश दिया है.”
अमेरिका की मध्यस्थता पर हुआ था सीजफायर
मालूम हो कि अमेरिका की मध्यस्थता के बाद हमास और इजरायल सीजफायर के लिए राजी हुए थे. सीजफायर समझौते के बाद इजरायल ने कई बार कहा था कि हमास की तरफ से बार-बार समझौते का उल्लंघन किया जा रहा है. अब इजरायल ने सीजफायर तोड़ते हुए गाजा पर फिर हमला किया है. इजरायल और हमास के बीच 10 अक्टूबर को युद्ध विराम हुआ था.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायल ने गाजा में हमले करने के अपने फैसले के बारे में अमेरिका को सूचित कर दिया था. एक सैन्य अधिकारी ने कहा कि हमास के आतंकवादियों ने पहले इजरायली बलों पर हमला किया था. राफा क्षेत्र में तैनात इजरायली सैनिकों पर रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) से हमला हुआ था. इस हमले के बाद इजरायली रक्षा मंत्री काट्ज ने कहा कि हमास को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.
हमास पर भड़के प्रधानमंत्री नेतन्याहू
इससे पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खुद इस बात का खुलासा किया था कि हमास की ओर से लौटाए गए एक बंधक के अवशेष, लगभग दो साल पहले इजरायली सैनिकों द्वारा गाजा में बरामद किए गए एक बंधक के शरीर के अंग हैं. नेतन्याहू ने इसे संघर्ष विराम समझौते का स्पष्ट उल्लंघन बताया था. बंधक रहने के दौरान मारे गए लोगों के शवों की वापसी पर संशय बना हुआ है.
क्या कहा हमास ने?
इस बीच हमास ने इजरायल के हमलों की निंदा करते हुए इजरायली सैनिकों पर हमले की जिम्मेदारी से इनकार किया है. हमास ने संघर्ष विराम बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई है. अक्टूबर 2023 में जंग शुरू होने के बाद से इजरायल और हमास के बीच चल रहे जंग में अब तक 68 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी हैं.