MP News: शनिवार की देर रात मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले की शिप्रा नदी में एक बेकाबू कार गिर गई थी. सूचना पर पहुंची पुलिस कार और उसमें सवार लोगों की तलाश में जुट गई थी. दो रविवार को पुलिसकर्मियों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि लापता महिला आरक्षक की तलाश की जा रही है.
इस रूप में हुई बरामद शवों की पहचान
नदी से जो दो शव बरामद हुए हैं, उनकी पहचान उन्हेल थाना प्रभारी अशोक शर्मा और एसआई मदनलाल निमामा के रूप में हुई है. महिला आरक्षण आरती पाल अभी भी लापता है. दरअसल, शनिवार रात को शिप्रा नदी के बड़े पुल से एक कार असंतुलित होकर नीचे पानी में गिर गई थी. वहां मौजूद लोगों ने तत्काल घटना की जानकारी पुलिस को दी.
देर रात तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में नहीं मिली थी सफलता
कुछ ही देर में पुलिस मौके पर पहुंच गई और नगर निगम, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, होमगार्ड और स्थानीय गोताखोरों की टीम कार और उसमें फंसे लोगों की तलाश मे जुट गई थी. देर रात तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में पुलिस को सफलता नहीं मिली. रविवार सुबह करीब 6 बजे एक बार फिर रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया. इस दौरान पुलिस को भैरवगढ़ क्षेत्र में नदी में एक शव होने की सूचना मिली.
पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और शव को नदी के बाहर निकाला, जिसकी पहचान उन्हेल के थाना प्रभारी अशोक शर्मा के रूप में हुई. इस दौरान पुलिस को पता चला कि जो कार नदी में गिरी थी, वह पुलिसकर्मी की ही थी. कार में थाना प्रभारी अशोक शर्मा के साथ सब-इंस्पेक्टर मदनलाल निनामा और महिला आरक्षक आरती पाल भी सवार थे.
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि उन्हेल थाना प्रभारी अशोक शर्मा, सब-इंस्पेक्टर मदनलाल निनामा और महिला आरक्षक आरती पाल शनिवार को गुराडिया-सांगा क्षेत्र से लापता हुई 14 साल की बालिका की तलाश में चिंतामण जा रहे थे. इसी दौरान यह हादसा हो गया. एसपी शर्मा ने कहा कि संभवतः कार महिला आरक्षक आरती चला रही थीं, इस दौरान शिप्रा नदी के बड़े पुल से अनियंत्रित होकर कार नदी में गिर गई. उन्होंने बताया कि थाना प्रभारी अशोक शर्मा के बाद सब-इंस्पेक्टर मदनलाल निनामा का भी शव नदी से बाहर निकाल लिया है. महिला आरक्षक आरती पाल और कार की तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.