पेशावर: पाकिस्तान बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन ने यहां तबाही मचा दी है. मौसम के कहर का आलम यह है कि यहां रोजाना लोगों की मौत हो रही है. बारिश से उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा प्रांत सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. खैबर पख्तूनख्वा के कुछ हिस्सों में पिछले 24 घंटे से अधिक समय से मूसलाधार बारिश और आंधी की वजह से तीन बच्चों सहित कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई है. 50 अन्य लोग घायल भी हुए हैं. इस बारे में अधिकारियों ने जानकारी दी है.
अब तक 788 से अधिक लोगों की मौत
अधिकारियों ने बताया कि खैबर पख्तूनख्वा में ये मौतें ऐसे समय में हुई हैं, जब पाकिस्तान 26 जून से 20 अगस्त के बीच आए शुरुआती मानसून से जूझ रहा है, जिसमें शनिवार तक 788 से अधिक लोग मारे गए हैं और 1,018 घायल हुए हैं. खैबर पख्तूनख्वा में बारिश ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है.
प्रवक्ता बिलाल फैजी ने बताया
प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (PDMA) के प्रवक्ता बिलाल फैजी ने बताया कि डेरा इस्माइल खान जिले और आसपास के इलाकों में रविवार को तेज हवाओं के साथ भारी वर्षा हुई है. इस दौरान बारिश से जुड़ी विभिन्न घटनाओं में 13 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गए. फैजी ने बताया कि घायलों को दो अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जिनमें से कई लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई.
बिजली आपूर्ति हुई बाधित
‘रेस्क्यू 1122’ के प्रवक्ता ने बताया कि एक अन्य घटना में निचले दीर जिले के मैदान के टिकाटक क्षेत्र में एक मकान की छत ढहने से तीन बच्चों की मौत हो गई. मर्दन जिले के तख्तभाई इलाके में मूसलाधार बारिश के कारण एक घर की छत गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. तूफान के कारण पेड़ उखड़ गए और बिजली की लाइनें गिर गईं, जिससे डेरा इस्माइल खान के कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई.
खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री ने जताया दुख
पेशावर, मर्दन, उत्तर और दक्षिण वजीरिस्तान सहित अन्य जिलों में भारी बारिश की सूचना मिली है, जबकि पलांद्री में लगातार बारिश से भूस्खलन की आशंका बढ़ गई है. खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने जानमाल के नुकसान पर दुख व्यक्त किया है और अधिकारियों को तत्काल राहत एवं चिकित्सा देखभाल उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.