Vadodara Vridge Accident: बीते बुधवार को गुजरात के वडोदरा जिले में भीषण हादसा हुआ था. जब वडोदरा और आंणद जिले को जोड़ने वाला महिसागर नदी पर बना गंभीरा पुल का एक हिस्सा अचानक गिर गया. हादसा पडरा क्षेत्र में हुआ. पुल पर आवागमन कर रहे कई वाहन नदी में गिर गए. हादसे की जानकारी होते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया. तत्काल अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत और बचाव कार्य शुरु किया. दूसरे दिन गुरूवार को भी राहत और बचाव कार्य जारी रहा. इस हादसे में अब तक नदी से 15 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं. इनमें से दो शव गुरुवार को नदी से निकाले गए हैं, जबकि 13 शव बुधवार को ही निकाल लिए गए थे. इस हादसे में एक ही परिवार के कई सदस्यों की मौत हो गई.
वडोदरा के कलेक्टर अनिल धमेलिया ने बताया
वडोदरा के कलेक्टर अनिल धमेलिया ने बताया कि कम से कम तीन लोग अभी भी लापता हैं. उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें नदी में जीवित बचे लोगों या पीड़ितों के शवों की तलाश कर रही हैं. धमेलिया ने कहा, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें नदी में 4 किलोमीटर नीचे तक तलाश कर रही है. हमारे पास उपलब्ध सूची के मुताबिक, अब तक 15 शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि तीन लोग अभी भी लापता हैं. लोग अन्य लापता लोगों के बारे में हमें सूचित करने के लिए हमारे नियंत्रण कक्ष पर कॉल कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि जिन तीन लापता लोगों की पहचान हो गई है, उनके अलावा और भी लोग हो सकते हैं, क्योंकि नदी में गिरे और तीन मीटर कीचड़ में फंसे वाहनों में शामिल एक कार और एक मिनी ट्रक में सवार लोगों के बारे में कोई विशेष जानकारी उपलब्ध नहीं है. जिलाधिकारी ने कहा कि बारिश और नदी में कीचड़ की मोटी परत बचाव अभियान को चुनौतीपूर्ण बना रही है, क्योंकि ऐसी स्थिति में कोई भी मशीन काम नहीं कर रही है. नदी के बीचों-बीच डूबे वाहनों के पास पहुंचने के लिए किनारे पर एक विशेष पुल का निर्माण किया जा रहा है.
मालूम हो कि बीते बुधवार को महिसागर नदी पर मध्य गुजरात को सौराष्ट्र क्षेत्र से जोड़ने वाले गंभीरा पुल का 10 से 15 मीटर का एक स्लैब ढह गया था. छह वाहन, जिनमें दो ट्रक, दो वैन, एक ऑटोरिक्शा और एक बाइक नदी में गिर गए थे. दो अन्य वाहन भी गिरने ही वाले थे कि उन्हें खींचकर बचाया गया. बाइक पर सवार तीन लोग खुद तैरकर बाहर निकल आए थे.
पुल हादसे के शिकार हुए लोगों में सोनलबेन के रमेश पढियार (38 वर्ष), बेटी वेदिका (4) और बेटा नैतिक (2) शामिल हैं. वडोदरा के पादरा तालुका के मुजपुर गांव की निवासी सोनलबेन ने बताया कि नदी किनारे पहुंचने के बाद उन्होंने लगभग एक घंटे तक मदद मांगी, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. महिसागर नदी के किनारे स्थित मुजपुर पुल के बहुत पास है.
‘वैन से किसी तरह बाहर निकल आई‘
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘हम प्रार्थना करने के लिए भावनगर के बगदाना जा रहे थे. हमारी वैन में सात यात्री सवार थे. हम सुबह 6.30 बजे निकले और लगभग 7 बजे पुल पर पहुंचे. जब हम इसे पार कर रहे थे, तो एक हिस्सा ढह गया, जिससे कई वाहन नदी में गिर गए.’ उन्होंने बदहवास हालत में आगे बताया कि मैं वैन के पिछले हिस्से में बैठी थी, इसलिए किसी तरह बाहर निकल आई, लेकिन मेरे पति और बच्चे फंस गए. एक ट्रक सीधे हमारी गाड़ी पर गिर गया, इस वजह सभी उसमें फंस गए. पानी भी गहरा था. मैं लगभग एक घंटे तक मदद के लिए चिल्लाती रही, लेकिन कोई आगे नहीं आया.