Raja Raghuvanshi Murder Case: वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर महिला संगठनों ने सोनम रघुवंशी का पिंडदान किया. संगठन की महिलाओं का कहना था कि सोनम रघुवंशी द्वारा पति की हत्या करने जैसी घटना के चलते महिलाओं की बदनामी हुई. उसके इस कृत्य के कारण शादी करने को लेकर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं.
मोक्ष न मिले, इसलिए तस्वीर को गंगा में नहीं किया प्रवाहित
दशाश्वमेघ घाट पर पूरे विधि-विधान से सोनम रघुवंशी का पिंडदान कर महिलाओं ने उसकी तस्वीर और उसके पिंड को आग के हवाले कर दिया. उसकी तस्वीर को गंगा में इसलिए प्रवाहित नहीं किया कि उसे मोक्ष न मिले.
आत्मा की शांति के लिए मृत राजा रघुवंशी के नाम से किया गया पूजन
इस दौरान सोनम के मृत पति राजा रघुवंशी के नाम से भी पूजन किया गया, जिससे उसकी आत्मा को शांति मिले. वहीं, पुजारी का कहना है कि जीवित व्यक्ति के पिंडदान का मतलब होता है कि उसे पूरी तरह से समाज से काट देना और उसका मोक्ष न होना.
मालूम हो कि बीते 11 मई को सोनम और राजा रघुवंशी की शादी हुई थी. इसके बाद दोनों हनीमून मनाने के लिए 20 मई को मेघालय के शिलांग गए थे. यहां 23 को दोनों लापता हो गए थे. कुछ दिन बाद 2 जून को वेइसावडॉन्ग झरने के पास राजा का शव गहरी खाई में मिला था. पुलिस की छानबीन में ये बात सामने आई की सोनम ने ही पति राजा की हत्या कराई है. पुलिस ने गाजीपुर के नंदगंज थाना क्षेत्र में स्थित एक ढाबे से सोनम को गिरफ्तार किया था. इस मामले में पुलिस ने कई अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है.