Visa Centre: गुरुवार को भारत ने ढाका में अपने वीजा आवेदन केंद्र (आईवीएसी) में फिर से काम शुरू कर दिया. सुरक्षा चिंताओं के कारण बुधवार को इसे बंद कर दिया गया था, लेकिन बांग्लादेश में स्थित दो अन्य जगहों पर काम को निलंबित रखा गया है. दक्षिण-पश्चिमी खुलना और उत्तर-पश्चिमी राजशाही में भारतीय वीजा आवेदन केंद्र को भी सुरक्षा चिंताओं के कारण बंद कर दिया गया था.
बांग्लादेश में पांच वीजा आवेदन केंद्र हैं. ढाका, खुलना और राजशाही के अलावा, दो अन्य उत्तर-पूर्वी बंदरगाह शहर चट्टोग्राम और उत्तर-पूर्वी सिलहट में हैं. ढाका के जमुना फ्यूचर पार्क में स्थित वीजा आवेदन केंद्र राजधानी में सभी भारतीय वीजा सेवाओं के लिए एकीकृत केंद्र है.
वीजा केंद्र से जुड़े अधिकारी ने बताया कि ढाका में भारतीय वीजा आवेदन केंद्र अब चालू है और सामान्य रूप से काम कर रहा है. उच्चायोग ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि आईवीएसी ने गुरुवार को खुलना और राजशाही में अपने दो केंद्र बंद कर दिए है. इससे पहले ढाका स्थित केंद्र ने बुधवार को बढ़ते तनाव के बीच अस्थायी रूप से बंद होने की घोषणा की थी, जब भारत विरोधी प्रदर्शनकारियों का एक बड़ा समूह भारतीय उच्चायोग की ओर बढ़ रहा था.
विदेश मंत्रालय ने उच्चायुक्त को किया था तलब
इससे पहले बुधवार को विदेश मंत्रालय ने नई दिल्ली स्थित बांग्लादेश के उच्चायुक्त रियाज हमीदुल्लाह को तलब किया था. भारत ने कुछ चरमपंथी तत्वों के ढाका स्थित भारतीय मिशन के आसपास सुरक्षा संकट पैदा करने की साजिश के ऐलान को लेकर अपनी कड़ी चिंता जताई थी. विदेश मंत्रालय ने हामिदुल्लाह को तलब करने के तत्काल बाद कहा था कि बांग्लादेश में हाल की कुछ घटनाओं को लेकर चरमपंथी तत्वों की ओर से गढ़ी जा रही झूठी कहानी को भारत पूरी तरह खारिज करता है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अंतरिम सरकार ने न तो गहन जांच की है और न ही इन घटनाओं के संबंध में भारत के साथ कोई सार्थक सबूत साझा किए हैं. मंत्रालय ने कहा था कि हम अंतरिम सरकार से यह अपेक्षा करते हैं कि वह अपने राजनयिक दायित्वों के अनुरूप बांग्लादेश में मिशनों और दूतावासों की सुरक्षा सुनिश्चित करे.
विदेश मंत्रालय ने कहा था कि उच्चायुक्त रियाज हमीदुल्लाह को बांग्लादेश में बिगड़ते सुरक्षा माहौल को लेकर भारत की गहरी चिंताओं से अवगत कराया गया. उनका ध्यान विशेष रूप से कुछ चरमपंथी तत्वों की गतिविधियों की ओर दिलाया गया, जिन्होंने ढाका स्थित भारतीय दूतावास के आसपास असुरक्षा का माहौल पैदा करने की योजना का ऐलान किया. भारत बांग्लादेश में शांति और स्थिरता का पक्षधर है. इसमें कहा गया है, भारत के बांग्लादेश के लोगों के साथ घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं, जिनकी जड़ें मुक्ति संघर्ष में हैं और विभिन्न विकासात्मक एवं जन-संबंधी पहलों के माध्यम से मजबूत हुए हैं. इसमें आगे कहा गया है कि हम बांग्लादेश में शांति और स्थिरता के पक्षधर हैं और हमने लगातार शांतिपूर्ण वातावरण में स्वतंत्र, निष्पक्ष, समावेशी और विश्वसनीय चुनाव कराने का आह्वान किया है.

