Bollywood News: नसीरुद्दीन शाह को आतंकवादियों का समर्थन करना है पसंद! Nana Patekar ने पूछी राष्ट्रवाद की परिभाषा

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Bollywood News: ‘ढाई किलो का हाथ’ और ‘तारीख पे तारीख’ जैसे शानदार डायलॉग देने वाले सनी देओल की फिल्म ने सिनेमाघरों में गदर मचा दिया है. फिल्म ‘गदर 2’ ने 500 करोड़ से भी अधिक का कलेक्शन करके कई फिल्मों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. एक तरफ दर्शकों ने गदर 2 की जमकर तारीफ की है, वहीं, दूसरी तरफ बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर नसीरुद्दीन शाह फिल्म की सफलता से खुश नहीं हैं. उन्होंने इसकी आलोचना की है. शाह ने केवल ‘गदर 2’ ही नहीं, बल्कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ और ‘द केरल स्टोरी’ जैसी फिल्मों को भी बड़े पैमाने पर हिट देखकर उसे विचलित करने वाला बताया है. इस मामले को लेकर नाना पाटेकर ने पलटवार किया है.

विवेक अग्निहोत्री ने कही ये बात
दरअसल, ये मामला तब बढ़ा जब ‘द कश्मीर फाइल्स’ के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने पलटवार किया. उन्होंने कहा, “शायद नसीरुद्दीन साहब अपनी आखिरी फिल्म की ‘सच्चाई’ से अवगत हो गए हैं.” इस दौरान विवेक अग्निहोत्री ने ये तक कह डाला कि शायद दिग्गज अभिनेता को आतंकवादियों का समर्थन करना पसंद है. वहीं, अब नाना पाटेकर ने भी इस मामले को लेकर नसीरुद्दीन शाह को जवाब दिया है.

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नाना पाटेकर ने पूछा राष्ट्रवाद का मतलब
आपको बता दें कि नाना पाटेकर, विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द वैक्सीन वार’ में नजर आएंगे. हाल ही में उनसे नसीरुद्दीन शाह के इस भड़काऊ बयान को लेकर उनके विचारों के बारे में पूछा गया. सवाल का जवाब देते हुए नाना पाटेकर ने कहा, “मैं नसीर की बात से बिल्कुल भी सहमत नहीं हूं. क्या आपने नसीर से पूछा कि उनके लिए राष्ट्रवाद का मतलब क्या है? मेरे अनुसार राष्ट्र के प्रति प्रेम दिखाना राष्ट्रवाद है. इसलिए ये कोई बुरी बात नहीं है.”

‘जैसी फिल्म होगी, वैसा ही कंटेंट भी होगा’
नाना पाटेकर ने आगे कहा, “गदर जिस तरह की फिल्म है, उसमें उसी तरह का कंटेंट होगा. मैंने ‘द केरला स्टोरी’ नहीं देखी है. इसलिए मैं उस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता. नसीर ने जिन फिल्मों में काम किया है, क्या मैं नसीर से उन सभी फिल्म के मुद्दे की बात कहूं? मैं जब भी कोई फिल्म करता हूं, तो अपने विषय जानता हूं.”

राष्ट्रवाद के नाम पर पैसे कमाना गलत
अपनी बात आगे रखते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी टिप्पणी करना और राष्ट्रवाद के नाम पर बात का बतंगड़ बनाकर पैसे कमाना गलत है. जैसी फिल्म की कहानी होती है, उसे वैसा ही दिखाना चाहिए. अगर डॉक्यूमेंट्री है, तो डॉक्यूमेंट्री दिखाओ. कोई फिल्म अगर सत्य घटना पर आधारित रहती है, तो सब कुछ सत्य दिखाना चाहिए. अगर उसमें कुछ भी गलत दिखाया जाता है, तो लोग सवाल करेंगे कि ये गलत कैसे दिखाया.

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