HealthTips: पेट की चर्बी बढ़ने से मोटापे के साथ- साथ इससे रोगों का खतरा भी लोगों को अपने चपेटे में लेने लगता है. गलत लाइफस्टाइल और खराब खान- पान भी इसके लिए उत्तरदायी है. आज के समय में पेट का बढ़ना यानि ‘बैली फैट’ से हर कोई परेशान है. पेट और कमर के आस- पास जो चर्बी जमती है, उसे ही ‘बैली फैट’ कहते हैं.
इसे नजरअंदाज करना सेहत के लिए खतरनाक
यह चर्बी धीरे- धीरे बढ़ती है. कई बार लोगों को इसका एहसास भी नहीं होता. इसे लोग सामान्य मानते हैं. कहते हैं कि सिर्फ ज़्यादा खाने से पेट निकलता है. महत्वपूर्ण यह है कि ‘बैली फैट’ बढ़ने की वजह से शरीर का मेटाबॉलिज़्म गड़बड़ हो जाता है और अंदरूनी अंगों पर दबाव पड़ता है. इसे नजरअंदाज करना सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. पेट पर जमा चर्बी सिर्फ दिखने में खराब नहीं लगती. यह शरीर के लिए अंदर से भी खतरा बन जाती है. इसे मेडिकल भाषा में ‘विसरल फैट’ कहते हैं, जो लिवर, किडनी और आंतों के आसपास जमा होता है. इससे डायबिटीज का खतरा, हाई ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारियां, स्ट्रोक, हॉर्मोनल असंतुलन, महिलाओं में पीसीओडी, इंसुलिन रेजिस्टेंस आदि का जोखिम रहता है.
हल्की वॉक करने से नहीं चलेगा काम
ज्यादा कार्बोहाइड्रेट खाना रोटी, चावल, ब्रेड आदि ज्यादा खाने से शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ती है, जो फैट में बदलकर पेट पर जमने लगता है. इन्हीं चीजों से ‘बैली फैट’ बढ़ने लगता है. चिप्स, बिस्किट, इंस्टेंट नूडल्स जैसे खाने में फाइबर नहीं होता और ये आसानी से पचते नहीं, जिससे चर्बी तेजी से बढ़ती है. पेट की चर्बी घटाने के लिए तेज चलना, दौड़ना या कार्डियो करना ज़रूरी है. हल्की वॉक करने से काम नहीं चलेगा. लगातार तनाव और कम नींद से शरीर में कोर्टिसोल हॉर्मोन बढ़ता है, जिससे पेट के आसपास फैट जमा होने लगता है.
खाने में फाइबर से भरपूर फल और सब्ज़ियां करें शामिल
अगर परिवार में किसी को बैली फैट की समस्या है तो यह आपको भी हो सकती है, लेकिन हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल से इसे कंट्रोल किया जा सकता है. रोज़ाना कम से कम 30 से 40 मिनट तक एक्सरसाइज करें. खाने में फाइबर से भरपूर फल और सब्ज़ियां शामिल करें. तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन या प्राणायाम करें. रोजाना 7-8 घंटे की पूरी नींद लें और रात को देर तक जागने से बचें. ज्यादा कार्ब्स की जगह डाइट में प्रोटीन और हेल्दी फैट लें जैसे दाल, अंडे, ड्राई फ्रूट्स, ओट्स आदि. ‘बैली फैट’ धीरे- धीरे बढ़ता है लेकिन इसका असर शरीर पर बहुत गहरा होता है. इसे नजरअंदाज करना कई गंभीर बीमारियों को न्योता देने जैसा है. अगर आप समय रहते सतर्क हो जाएं तो इसे कंट्रोल किया जा सकता है. हेल्दी लाइफस्टाइल ही इसका सबसे बेहतर इलाज है.
ये भी पढ़ें. जम्मू-कश्मीर: पुंछ में पुलिस ने दो आतंकवादियों को दबोचा, हथियार बरामद