Vitamin C Deficiency: आपको बार-बार सर्दी-जुकाम होता है, त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है, मसूड़ों से खून आता है या घाव देर से भरते हैं, तो यह आपके शरीर में विटामिन सी की कमी के संकेत हो सकते हैं. आंवला समेत ऐसे कई फल और आहार हैं, जिनका सेवन कर इस कमी को दूर किया जा सकता है.
विटामिन सी त्वचा की सेहत के लिए जरूरी
विटामिन सी इम्युनिटी को मजबूत बनाने और त्वचा की सेहत के लिए बेहद जरूरी है. इसकी कमी से रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे संक्रमण आसानी से हो जाता है. विटामिन सी की कमी के मुख्य लक्षणों में मसूड़ों से खून आना, घाव का देरी से भरना, इम्युनिटी का कमजोर होना, बार-बार सर्दी-जुकाम लगना और त्वचा का रूखा, बेजान हो जाना शामिल है. यह कमी धीरे-धीरे होती है और शुरुआती लक्षणों को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है. इसकी कमी गलत आहार, जंक फूड ज्यादा खाने, पाचन कमजोर होने, तनाव या अनियमित जीवनशैली से भी हो सकती है.
क्या है सबसे बढ़िया स्रोत Vitamin C Deficiency
विटामिन सी के प्राकृतिक स्रोतों में संतरा, नींबू, कीवी, स्ट्रॉबेरी और खासकर आंवला शामिल हैं. ‘रसराज’ आंवला विटामिन सी का सबसे बढ़िया स्रोत माना जाता है, जो इम्युनिटी बढ़ाने और त्वचा को चमकदार बनाने में मदद करता है. आयुर्वेद में विटामिन कमी को धातु क्षय और पाचन अग्नि मंदता से जोड़ा जाता है. विशेषज्ञों का कहना है कि संतुलित आहार और सही दिनचर्या से इन कमियों से बचा जा सकता है. विटामिन सी की कमी दूर करने के लिए रोजाना ताजे फल और सब्जियां खाने की सलाह हेल्थ एक्सपर्ट देते हैं. एक आंवला रोज खाना काफी है. इसके अलावा, अमरुद, शिमला मिर्च, ब्रोकोली, पपीता और टमाटर शामिल हैं.
बिना सलाह सप्लीमेंट न लें
ये इम्युनिटी बढ़ाते हैं और त्वचा को स्वस्थ रखने में मददगार हैं. हेल्थ एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि लक्षण संबंधित ज्यादा समस्या होने पर डॉक्टर से संपर्क करें. लक्षण दिखें तो ब्लड टेस्ट करवाएं और बिना सलाह सप्लीमेंट न लें. अन्य विटामिनों की कमी के भी अपने संकेत हैं, जैसे विटामिन बी12 की कमी से थकान, हाथ-पैरों में झनझनाहट और याददाश्त कमजोर होना, विटामिन डी की कमी से हड्डियों-जोड़ों में दर्द और बार-बार बीमार पड़ना, विटामिन ए की कमी से रात में कम दिखना और त्वचा रूखी होना, जबकि विटामिन ई की कमी से बाल झड़ना और मांसपेशियों में कमजोरी हो सकती है.

