Bihar Election Result 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के रिजल्ट अब करीब-करीब साफ हो गए हैं. इसमें NDA को बहुमत मिल रहा है. हालांकि, RJD अभी भी सबसे पार्टी बनी हुई है. इसके बाद भी उनके गठबंधन को 50 सीटों पर भी बढ़त नहीं मिली है. ऐसे में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर निशाना साधा जाने लगा है. बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के रुझान सामने आने के बीच आचार्य प्रमोद कृष्णम ने विपक्षी गठबंधन के वरिष्ठ नेताओं, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर तीखे हमले किए हैं.
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सीधे तौर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा सत्तारूढ़ गठबंधन पर लगाए गए आरोपों की प्रभावशीलता पर सवाल उठाया. साथ ही राजद नेता तेजस्वी यादव के चुनाव अभियान की भी आलोचना की और चुनाव चिह्न ‘लालटेन’ का जिक्र करते हुए कटाक्ष किया है.
क्या होले आचार्य प्रमोद कृष्णम?
आचार्य प्रमोद ने अपने बयानों के माध्यम से विपक्ष की चुनावी रणनीति और संदेशों की प्रभावशीलता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया में एक पोस्ट किया है. इसमें दोनों नेताओं पर तंज कसा गया है. उन्होंने लिखा- वोट ‘चोर’ नारे का हश्र तो ‘चौकीदार’ चोर से भी बुरा हुआ. राहुल गांधी ने बेचारे तेजस्वी यादव की ‘लालटेन’ भी फुड़वा दी.
वोट “चोर”
नारे का हश्र तो “चौकीदार”
चोर से भी बुरा हुआ @RahulGandhi जी,
बेचारे @yadavtejashwi की “लालटेन”
भी फुड़वा दी.— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) November 14, 2025
विफल हुई विपक्ष की रणनीति
आचार्य प्रमोद ने कहा कि विपक्ष के चोर नारे का मतदाताओं पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा. यह जुमला राजनीतिक रूप से बेअसर साबित हुआ है. उन्होंने तेजस्वी यादव के चुनाव अभियान की भी आलोचना की और कहा कि उनकी प्रचार रणनीति अब काम नहीं कर रही है. आचार्य प्रमोद के अनुसार, विपक्ष की मुख्य संदेश रणनीति कमजोर हुई है, और मौजूदा राजनीतिक माहौल में उनकी आक्रामक बयानबाजी विफल साबित हुई है.
2025 में ऐतिहासिक मतदान
- दो चरणों में दिखा जबरदस्त उत्साह (Bihar Election 2025 final turnout)
- पहला चरण (6 नवंबर): 121 सीटों पर रिकॉर्ड 65.08% मतदान हुआ
- दूसरा चरण (11 नवंबर): 122 सीटों पर तो और भी अधिक 68.76% मतदान दर्ज किया गया
- पहले चरण में महिला मतदाताओं की संख्या 1,76,77,219 रही
- अंतिम चरण में महिला मतदाताओं की संख्या 1,74,68,572 रही
- बिहार चुनाव में कुल 3,51,45,791 महिला मतदाताओं ने मतदान किया
बिहार बना मॉडल राज्य
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 ने राज्य के राजनीतिक और लोकतांत्रिक इतिहास में एक अहम मोड़ साबित किया है. एनडीए की निर्णायक जीत और शांतिपूर्ण चुनाव प्रक्रिया ने बिहार को एक उदाहरणीय राज्य के रूप में पेश किया है, जो भविष्य के चुनावों के लिए मॉडल बन सकता है. 1951 में बिहार विधानसभा चुनाव में मात्र 42.6% मतदान हुआ था, वहीं इस बार यह संख्या बढ़कर 66.91% तक पहुंच गई है. यह सिर्फ मतदान का आंकड़ा नहीं है, बल्कि बिहार के नागरिकों की लोकतांत्रिक परिपक्वता और राजनीतिक जागरूकता का भी प्रमाण है.