वैज्ञानिक पद्धति से मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण का हुआ उद्घाटन, बोले पद्मश्री डॉ. अशोक भगत- ‘झारखंड की जलवायु… ‘

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
गुमला प्रतिनिधि जिले के विशुनपुर ब्लॉक स्थित विकास भारती के अंबेडकर सभागार में शुक्रवार को वैज्ञानिक पद्धति से तीन दिनी मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण का उद्घाटन हुआ. यह प्रशिक्षण सिद्धों कान्हो कृषि एवं वनोपज राज्य सहकारी संघ लिमिटेड रांची द्वारा प्रायोजित था. बतौर मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ. अशोक भगत, सिद्ध कोफेड के वरिष्ठ सलाहकार कुमार सौरभ, विकास पदाधिकारी बिंदेश्वरी शर्मा ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया.

विकास भारती 1983 से कर रहा है मधुमक्खी पालन पर कार्य- पदमश्री अशोक भगत

इस दौरान पदमश्री अशोक भगत ने कहा, इस राज्य की जलवायु मधुमक्खी पालन लिए काफी उपयुक्त है. विकास भारती 1983 से मधुमक्खी पालन पर कार्य कर रहा है. साथ ही संस्थान ने इस क्षेत्र के किसानों के लिए काफी अवसर प्रदान किया है. उन्होंने यह भी कहा कि आज संस्था यहां के किसानों का सब को इकट्ठा कर बाजार तक पहुंचाने का कार्य कर रही है, जिससे किसानों को ज्यादा आमदनी प्राप्त हो रही है. यह आगे भी चलेगा, जिससे गुमला जिले ही नहीं राज्य के किसानों को बड़े पैमाने पर लाभ मिलेगा.

संस्था किसानों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए कर रही है कार्य- कुमार सौरभ

वहीं, सिद्ध कोफेड के वरिष्ठ सलाहकार कुमार सौरभ ने प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए कहा कि संस्था किसानों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए कार्य कर रही है. जिससे किसानों को ज्यादा से ज्यादा आमदनी प्राप्त हो और इस क्षेत्र के पर्यावरण को भी संरक्षित करने में मदद मिल सके. कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक डॉ संजय कुमार, विकास भारती के संयुक्त सचिव महेंद्र भगत, प्रशिक्षण केंद्र के प्राचार्य पंकज कुमार सिंह, कृषि वैज्ञानिक डॉ निशा तिवारी, अटल तिवारी व मधुमक्खी पालन के प्रशिक्षक आनंद कुमार उपस्थित थे.
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