Jodhpur: राजस्थान के जोधपुर जिले में संजू बिश्नोई (32) व उनकी तीन साल की बेटी यशस्वी की आग में जिंदा जलकर मौत हो गई. सरनाड़ा की ढाणी काकेलावास गांव में शनिवार रात को इस हादसे ने हर किसी को झकझोर दिया. वहीं, पिता ओमाराम ने बताया कि संजू के पति दिलीप उस समय घर के बाहर मौजूद थे. डांगियावास थाने में दहेज के लिए प्रताडि़त करने का मुकदमा दर्ज कराया है.
घटना के दिन संजू अपने घर में अकेली थीं
संजू और यशस्वी का शनिवार शाम को अंतिम संस्कार किया गया. थानाधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि घटना के दिन संजू अपने घर में अकेली थीं. उन्होंने घर के दरवाजे अंदर से बंद कर कुर्सी पर बैठकर पेट्रोल डालकर खुद और बेटी पर आग लगा दी. आग लगने के बाद दोनों फर्श पर गिर गईं. संजू बिश्नोई लेक्चरर थी. संजू बिश्नोई और उनकी बेटी यशस्वी 22 अगस्त की रात करीब 1 बजे आग लगने की घटना में झुलस गईं.
संजू की हालत नाजुक होने के कारण नहीं लिए जा सके शुरुआती बयान
बेटी यशस्वी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि संजू गंभीर हालत में महात्मा गांधी अस्पताल के बर्न यूनिट में भर्ती करवाई गई थीं. संजू की हालत नाजुक होने के कारण शुरुआती बयान नहीं लिए जा सके. लेकिन, सुबह डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद परिजन अस्पताल की मॉर्च्युरी में इकट्ठा हो गए उन्होंने हंगामा करते हुए आपत्ति दर्ज कराई. पड़ोसियों ने घर से धुआं उठता देख संजू के पिता को सूचना दी. जब परिवार मौके पर पहुंचे तो बेटी की हालत देख सभी के होश उड़ गए.
पति, सास- ससुर और ननद के खिलाफ दहेज के लिए प्रताड़ित करने की FIR
संजू की शादी 10 साल पहले दिलीप बिश्नोई से हुई थी. वह फिटकासनी गांव के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में साल 2021 से लेक्चरर के रूप में कार्यरत थीं. संजू के पिता ने बेटी के पति, सास- ससुर और ननद के खिलाफ दहेज के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया. आत्महत्या के लिए उकसाने की FIR दर्ज करवाई. पुलिस ने मौके का निरीक्षण किया और FSL टीम को बुलाकर जांच शुरू कर दी है. डांगियावास थाना अधिकारी राजेंद्र चौधरी ने बताया कि मामले की जांच एसीपी स्तर पर की जा रही है.
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