भारत के हाइपरसोनिक मिसाइल से थर-थर कांपेंगे दुश्मन, ‘प्रोजेक्ट विष्णु’ पर तेजी से काम कर रहा DRDO

Raginee Rai
Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Raginee Rai
Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Project Vishnu: सीमा पर बढ़ती चुनौतियों के बीच भारत अपनी सैन्य ताकत को मजबूत करने में लगा है. इसके साथ ही भारत ने अपनी मिसाइल शक्ति को नई ऊंचाई पर ले जाने की तैयारी भी शुरू कर दी है. दरअसल, भारत के लिए मिसाइलें और हथियार बनाने वाला DRDO एक बहुत ही खास प्रोजेक्‍ट पर काम कर रहा है. DRDO भारत की अब तक की सबसे खतरनाक हाइपरसोनिक मिसाइल बनाने पर काम कर रहा है, जिसे प्रोजेक्‍ट विष्‍णु नाम दिया गया है. प्रोजेक्ट विष्णु अब दुश्मनों की नींद उड़ाने वाला है.

एशियाई क्षेत्र में बदलेगा शक्ति संतुलन!

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) इस स्पेशल प्रोजेक्ट के तहत एक साथ 12 अलग-अलग तरह की हाइपरसोनिक मिसाइलें बना रहा है. ये मिसाइलें इतनी तेज होंगी कि पूरे एशिया में शक्ति संतुलन बदलने की क्षमता रखती हैं. इसकी मिसाइलों की रफ्तार मैक 8 यानी करीब 11,000 किमी प्रति घंटा होगी. इसको हासिल कर भारत अमेरिका, रूस और चीन जैसे देशों की श्रेणी में खड़ा हो जाएगा.

हमले के साथ एयर डिफेंस भी होगा मजबूत

प्रोजेक्ट विष्णु के माध्‍यम से केवल हमला करने वाली मिसाइलें ही नहीं बनाई जाएगी, बल्कि इसके तहत इंटरसेप्टर मिसाइल सिस्टम भी बनेगा जो दुश्मन की क्रूज या बैलेस्टिक मिसाइल को रास्ते में ही नष्ट कर देगा. यानी भारत की हवाई सुरक्षा भी पहले से कई गुना मजबूत होने वाली है.

अगले 5 साल में तैयार करने की योजना

डीआरडीओ की योजना है कि साल 2030 तक हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल (HGV) तकनीक को पूरी तरह से ऑपरेशनल कर दिया जाए. इसके बाद पाकिस्तान के किसी भी हिस्से को कुछ ही मिनटों में निशाना बनाया जा सके. खास बात ये है कि इन मिसाइलों को रोक पाना दुश्मन के लिए लगभग असंभव होगा.

कंट्रोल भी होगा, रडार को भी देगी चकमा

इन मिसाइलों में एडवांस नेविगेशन और कंट्रोल सिस्टम होगा. यानी मिसाइल को लॉन्च करने के बाद भी बीच रास्ते में इसका निशाना बदला जा सकेगा. इसके अलावा ये दुश्मन के रडार को भी चकमा देने में सक्षम होंगी. ET-LDHCM नाम की मिसाइलें स्क्रैमजेट इंजन से लैस होंगी, जो इन्हें हाइपरसोनिक स्पीड देगा. DRDO इसके शुरुआती ट्रायल भी कर चुका है. खास बात यह भी है कि इन्हें कहीं से भी मोबाइल लॉन्चर, एयरक्राफ्ट या नेवी के युद्धपोत से दागा जा सकेगा.

मिसाइल की रेंज 2000 किलोमीटर तक

इन मिसाइलों की रेंज करीब 2000 किलोमीटर तक होगी और ये पारंपरिक से लेकर परमाणु वॉरहेड तक ले जाने में सक्षम होंगी. चीन जैसे देशों के एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम के लिए भी इन्हें पकड़ पाना आसान नहीं होगा. प्रोजेक्ट विष्णु पूरा होते ही भारत के पास दुनिया की सबसे एडवांस और घातक हाइपरसोनिक मिसाइल ताकत होगी जो किसी भी दुश्मन के लिए सबसे बड़ा डर साबित होगी.

ये भी पढ़ें :- दुनिया के टॉप 10 बिजी एयरपोर्ट में शामिल दिल्ली एयरपोर्ट, जानें लेटेस्ट रैंकिंग

 

Latest News

Azamgarh: सीएम योगी ने पिछली सरकारों पर साधा निशाना, बोले- ‘यूपी में वन, खनन, पेशेवर माफिया के द्वारा…’

आजमगढ़: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आजमगढ़ में समाज विरोधी व राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ हमलावर रहे। उन्होंने कहा कि समाज...

More Articles Like This