‘पहली बार किसी सीएम की गिरफ्तारी..’, फ्लोर टेस्ट से पहले बोले पूर्व सीएम हेमंत सोरेन, जानिए मुख्यमंत्री ने क्या कहा

Abhinav Tripathi
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Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Jharkhand Floor Test: झारखंड में सियासी पारा इन दिनों हाई है. झारखंड में नई चंपई सोरेन की सरकार विधानसभा में बहुमत सिद्ध कर रही है. बहुमत परीक्षण से पहले राज्य के सीएम चंपई सोरेन ने सदन को संबोधित किया. JMM-कांग्रेस ने व्हिप जारी कर फ्लोर टेस्ट में सभी विधायकों को रहने का आदेश दिया. इससे पहले राज्य के 37 विधायक रविवार को रांची पहुंचे. सभी को हैदराबाद के एक रिजॉर्ट में रखा गया था.फ्लोर टेस्ट के दौरान सदन को पूर्व सीएम ने भी संबोधित किया.

हेमंत का मतलब हिम्मत

विधानसभा में बोलते हुए सीएम चंपई सोरेन ने कहा कि 2019 में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में जनादेश को प्राप्त किया गया था और सरकार का गठन हुआ. हेमंत सोरेन ने कोरोना महामारी के दौरान राज्य की जनता को चिकित्सा के अभाव या भुखमरी से पीड़ित होने नहीं दिया. प्रवासी मजदूर विभिन्न राज्य में काम करने गए थे, लॉकडाउन के दौरान हेमंत सोरेन की सरकार ने किसी भी प्रवासी मजदूरों को तकलीफ नहीं होने दी, उन्हें हवाई जहाज, ट्रेन, या बस हर साधन के माध्यम से वापस लाने का काम किया.

उन्होंने कहा कि विपक्ष ने सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की. कोरोना महामारी में हेमंत सरकार ने अच्छा काम किया. हेमंत के कुशल नेतृत्व में झारखंड आगे बढ़ा. हेमंत हैं तो हिम्मत है. आगे सीएम सोरेन ने कहा कि जिस परिवार में कभी शिक्षा का दिया नहीं जला, हम उस परिवार में दिया जलाएंगे. क्या ये गलत है? केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है. हेमंत सोरेन पर झूठे आरोप लगाए गए.

क्या बोले पूर्व सीएम

वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन के फ्लोर टेस्ट के दौरान झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि 31 जनवरी की काली रात, काला अध्याय देश के लोकतंत्र में नए तरीके से जुड़ा है. मेरे संज्ञान में 31 तारीख की रात को देश में पहली बार किसी मुख्यमंत्री की गिरफ़्तारी हुई है. मुझे लगता है इस घटना को अंजाम देने में कहीं न कहीं राजभवन भी शामिल है और जिस तरीके से यह घटित हुआ उससे मैं चकित हूं.

कितने विधायकों के समर्थन का दावा

जानकारी दें कि चंपई सोरेन ने दावा किया है कि उनके पक्ष में कुल 43 विधायक हैं. जो बहुमत के आंकड़े से 2 ज्यादा हैं. कुछ समय पहले सर्किट हाउस से 43 विधायकों के समर्थन वाला वीडियो जारी किया था. अगर हेमंत सोरेन को छोड़ दें तो फिर भी चार विधायक इससे बाहर थे.

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